नई दिल्ली/श्रीनगर:
कश्मीर घाटी में इस समय हलचल तेज हो गई है। सुरक्षा एजेंसियों ने एक बड़े खुफिया इनपुट के बाद रातभर छापेमारी अभियान चलाते हुए 1500 से अधिक संदिग्धों को हिरासत में लिया है। घाटी के लगभग हर ज़िले में एक साथ कार्रवाई की गई। ये अब तक की सबसे बड़ी इंटरनल सिक्योरिटी ड्राइव मानी जा रही है।
सूत्रों के अनुसार, गिरफ्तार किए गए लोगों में आतंकवाद से कथित रूप से जुड़े पुराने स्लीपर सेल, संदिग्ध ओवरग्राउंड वर्कर, अलगाववादियों के समर्थक और कुछ धार्मिक संगठन के सक्रिय सदस्य शामिल हैं। सुरक्षा एजेंसियां इन सभी से पूछताछ कर रही हैं और एक बड़े आतंकी मॉड्यूल का पर्दाफाश संभव माना जा रहा है।
दिल्ली में हड़कंप – PM आवास पर CCS की हाईलेवल मीटिंग शुरू
इस बीच दिल्ली में भी तेज़ हलचल है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी (CCS) की आपात बैठक अपने आवास पर बुलाई है। इस बैठक में गृहमंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, और थल, वायु, नौसेना प्रमुख मौजूद हैं।
बैठक में कश्मीर की मौजूदा स्थिति, संभावित आतंकी खतरे और आगे की रणनीति पर गहन चर्चा की जा रही है।
राजनाथ सिंह का दो-टूक ऐलान: “गूंजता हुआ जवाब मिलेगा!”
CCS बैठक से पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का बयान सामने आया जो इस पूरी कार्रवाई की गंभीरता को दर्शाता है:
“देश को मैं आश्वस्त करता हूँ – दोषियों को ऐसा जवाब मिलेगा जो गूंजता रहेगा। Loud & Clear.”
इस बयान के बाद देशभर में हलचल मच गई है और माना जा रहा है कि केंद्र सरकार किसी बड़ी कार्रवाई की तैयारी में है – चाहे वो सर्जिकल ऑपरेशन हो, एनआईए का शिकंजा हो या फिर कठोर कानूनी कदम।
सुरक्षा एजेंसियों की ओर से अलर्ट – बड़े आतंकी हमले की आशंका?
इंटेलिजेंस इनपुट्स के अनुसार, आने वाले कुछ दिनों में देश के बड़े शहरों में आतंकी हमले की साज़िश रची जा रही थी। यही वजह है कि NIA, RAW और IB जैसी एजेंसियों को हाईअलर्ट पर रखा गया है। जम्मू-कश्मीर के अलावा दिल्ली, पंजाब, उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र में भी विशेष सतर्कता बरती जा रही है।
घाटी में इंटरनेट बंद – सेना के जवान सड़क पर
श्रीनगर, पुलवामा, बारामूला, अनंतनाग और शोपियां में अर्द्धसैनिक बलों की अतिरिक्त टुकड़ियाँ तैनात कर दी गई हैं। कई इलाकों में इंटरनेट सेवाएँ अस्थायी रूप से बंद कर दी गई हैं। पूरे ऑपरेशन की कमान सेना और CRPF के वरिष्ठ अधिकारियों के हाथ में है।
आगे क्या?
CCS बैठक के बाद प्रधानमंत्री का संबोधन संभव
NSA डोभाल खुद ले सकते हैं ऑपरेशन की कमान
आतंकी फंडिंग, हिज्बुल और लश्कर नेटवर्क की कमर तोड़ने की योजना
यह केवल एक सुरक्षा अभियान नहीं है, बल्कि आने वाले दिनों के लिए एक निर्णायक संदेश है – देश की संप्रभुता से खेलने वालों को अब बख्शा नहीं जाएगा।