ट्रंप के टैरिफ वार पर भारत का आक्रामक पलटवार: अब चुप नहीं बैठेगा भारत!
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारत पर लगाए गए 25% अतिरिक्त टैरिफ के फैसले ने वैश्विक आर्थिक हलचल बढ़ा दी है। लेकिन इस बार भारत ने सधे हुए लहजे में करारा जवाब दिया है। विदेश मंत्रालय (MEA) ने ट्रंप प्रशासन को कड़ी चेतावनी देते हुए इस कदम को अनुचित, अन्यायपूर्ण और असंगत करार दिया है।
MEA का कड़ा बयान –
“यह कदम बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। भारत ने जो निर्णय अपने राष्ट्रीय हित में लिए हैं, वही कई अन्य देश भी कर रहे हैं। अमेरिका का यह फैसला अंतरराष्ट्रीय व्यापार की मूल भावना के विपरीत है।”
भारत का स्पष्ट संदेश –
🇮🇳 “हम अपने राष्ट्रीय हितों की रक्षा के लिए हर आवश्यक कदम उठाएंगे।”
मोदी सरकार ने यह साफ कर दिया है कि वह किसी भी आर्थिक दबाव के आगे झुकने वाली नहीं है। भारत ने अपनी ऊर्जा सुरक्षा और व्यापार हितों को सर्वोच्च प्राथमिकता पर रखते हुए अमेरिकी दवाब को नकार दिया है।
अब भारत क्या करेगा?
सूत्रों के अनुसार, भारत निम्नलिखित कदमों पर विचार कर रहा है:
🔹 अमेरिकी उत्पादों पर प्रतिशोधी टैरिफ
🔹 वैश्विक मंचों पर मामला उठाना
🔹 तेल आपूर्ति के विकल्पों का विस्तार
🔹 अमेरिकी निवेश व कारोबारी छूटों की समीक्षा
क्या ट्रंप को पड़ेगा भारी?
राष्ट्रपति ट्रंप का यह टैरिफ फैसला ऐसे समय में आया है जब अमेरिका घरेलू मुद्रास्फीति और वैश्विक व्यापार असंतुलन से जूझ रहा है। अगर भारत ने जवाबी कार्रवाई की, तो इसके असर से अमेरिकी बाजार भी अछूते नहीं रहेंगे। खासकर टेक, दवा और कृषि क्षेत्रों पर सीधा प्रभाव पड़ेगा।
भारत अब पीछे नहीं हटेगा
“नया भारत दबाव नहीं, बराबरी की बात करता है।”
मोदी सरकार का यह दृष्टिकोण आज वैश्विक पटल पर भारत को एक मजबूत और आत्मनिर्भर राष्ट्र के रूप में स्थापित कर रहा है।
टैरिफ की जंग अब शुरू हो चुकी है – और दुनिया की नजरें भारत के हर कदम पर टिकी हैं।