नई दिल्ली, 3 सितम्बर 2025 – केंद्र सरकार ने आम आदमी की जेब को सीधी राहत देने वाला ऐतिहासिक फैसला लिया है। जीएसटी परिषद की 56वीं बैठक में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने टैक्स ढांचे को सरल बनाते हुए बड़ा ऐलान किया। अब जीएसटी में सिर्फ दो ही स्लैब रहेंगे – 5% और 18%।
क्या बदला जीएसटी में?
अब तक 5%, 12%, 18% और 28% की अलग-अलग दरें लागू थीं। लेकिन लंबे समय से चल रही मांग को ध्यान में रखते हुए सरकार ने इन्हें आसान कर दिया है। इसका सीधा असर रोज़मर्रा की ज़रूरी चीज़ों और सेवाओं पर पड़ेगा।
आम आदमी को कैसे मिलेगा फायदा?
सरकार के इस फैसले के बाद कई सामान और सेवाएं सीधे 18% से घटकर 5% पर आ गई हैं। यानी अब खरीदारी सस्ती होगी और जेब पर बोझ कम पड़ेगा। त्योहारों से पहले यह फैसला हर परिवार के लिए राहत भरी खबर है।
कौन-कौन सी चीज़ें हुईं सस्ती – पूरी लिस्ट देखें
अब सिर्फ 5% जीएसटी स्लैब में आने वाले सामान और सेवाएं:
- रेडीमेड कपड़े और जूते
- मोबाइल फोन और एक्सेसरीज़
- फर्नीचर और घरेलू उपकरण
- होटल और रेस्टोरेंट सेवाएं (मध्यम श्रेणी तक)
- टू-व्हीलर और छोटे कार मॉडल
- इलेक्ट्रॉनिक आइटम जैसे मिक्सी, पंखे, टीवी (विशेष श्रेणी तक)
- पैक्ड फूड, मिठाई और स्नैक्स
- सामान्य दवाइयां और हेल्थकेयर प्रोडक्ट्स

वहीं 28% स्लैब को पूरी तरह खत्म कर दिया गया है। पहले जिन लग्ज़री प्रोडक्ट्स और सेवाओं पर भारी टैक्स देना पड़ता था, वे अब 18% पर आ गए हैं।
कारोबारियों और छोटे उद्योगों के लिए भी राहत
ट्रेडर्स और छोटे कारोबारियों के लिए यह फैसला गेमचेंजर साबित होगा। बिलिंग आसान होगी, टैक्स चोरी पर लगाम लगेगी और कारोबार करने में सुविधा होगी। विशेषज्ञ मानते हैं कि इससे “ईज़ ऑफ डूइंग बिज़नेस” को बड़ा प्रोत्साहन मिलेगा।
राज्यों ने किया स्वागत
बैठक में सभी राज्यों ने केंद्र के इस कदम का समर्थन किया। पहाड़ी राज्यों और पर्यटन आधारित अर्थव्यवस्था वाले इलाकों ने कहा कि इससे स्थानीय कारोबार को बल मिलेगा और नए रोजगार के अवसर पैदा होंगे।
लोगों की राय
दिल्ली, लखनऊ और देहरादून जैसे शहरों में लोगों ने इसे “त्योहार से पहले का तोहफा” बताया। उपभोक्ता संगठनों का कहना है कि इस कदम से उपभोग बढ़ेगा और बाज़ार में फिर से रौनक लौटेगी।
