उत्तरकाशी में विदाई समारोह का आयोजन
उत्तरकाशी, 15 अक्टूबर 2025 — मंगलवार शाम जनपद के मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) एस.एल. सेमवाल को उनके स्थानांतरण पर उत्तरकाशी के जीएमवीएन सभागार में आयोजित एक गरिमामय समारोह में भावभीनी विदाई दी गई।
श्री सेमवाल का स्थानांतरण मुख्य विकास अधिकारी उत्तरकाशी से निदेशक, उद्यान विभाग देहरादून पद पर हुआ है।
🌿 अधिकारियों ने दी शुभकामनाएं और सम्मान
इस अवसर पर जिलाधिकारी प्रशांत आर्य सहित जनपद के वरिष्ठ अधिकारियों ने श्री सेमवाल को पुष्पगुच्छ, स्मृति चिन्ह और शॉल भेंट कर सम्मानित किया।
सभी ने उनके नए दायित्व के लिए शुभकामनाएं दीं और उनके कार्यकाल की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने अपनी कर्मठता, लगन और दूरदृष्टि से जिले के विकास कार्यों में नई ऊर्जा का संचार किया।
🏗️ कार्यकाल में उल्लेखनीय उपलब्धियां
वक्ताओं ने कहा कि श्री सेमवाल का कार्यकाल अनेक दृष्टियों से प्रेरणादायी रहा।
- धराली आपदा के समय उनके नेतृत्व में त्वरित राहत और पुनर्वास कार्यों की व्यापक सराहना हुई।
- चारधाम यात्रा के दौरान यमुनोत्री धाम यात्रा के नोडल अधिकारी के रूप में उन्होंने उत्कृष्ट प्रबंधन का परिचय दिया।
- नगर निकाय और त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों में भी उन्होंने निष्पक्ष और प्रभावी संचालन सुनिश्चित किया।
👏 जिलाधिकारी प्रशांत आर्य ने जताया सम्मान
अपने संबोधन में जिलाधिकारी प्रशांत आर्य ने कहा कि “श्री सेमवाल एक कुशल और अनुभवी प्रशासक हैं। उन्होंने जिले में विकास कार्यों के संचालन को हमेशा प्राथमिकता दी और प्रशासनिक दक्षता से कई जटिल परिस्थितियों को सरल बनाया। उनका योगदान हमेशा याद रखा जाएगा।”
🙏 सेमवाल ने जताया आभार
कार्यक्रम के दौरान श्री सेमवाल ने सभी अधिकारियों और कर्मचारियों के प्रति हृदय से आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा, “उत्तरकाशी में मेरा कार्यकाल बेहद संतोषजनक रहा। मुझे सभी का सहयोग और स्नेह मिला, जिसके लिए मैं हमेशा कृतज्ञ रहूंगा।”
👥 कार्यक्रम में शामिल अधिकारी
इस अवसर पर एडीएम मुक्ता मिश्र, एसडीएम देवानंद शर्मा, परियोजना निदेशक अजय सिंह, मुख्य शिक्षा अधिकारी अमित कोटियाल, सीएचओ रजनीश कुमार, डीटीडीओ केके जोशी, डीएसओ आशीष कुमार, और जिला समाज कल्याण अधिकारी सुधीर जोशी सहित कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
🪷 मानवीय जुड़ाव का उदाहरण
यह विदाई केवल एक औपचारिक आयोजन नहीं थी, बल्कि उत्तरकाशी प्रशासन की ओर से उस अधिकारी के प्रति सम्मान थी, जिसने अपने कार्यकाल में समर्पण, संवेदनशीलता और नेतृत्व क्षमता का सुंदर उदाहरण प्रस्तुत किया।