राजस्थान

कलेक्टर ने कहा- चाकूबाजी में घायल बच्चे की मौत कोरी अफवाह, कभी भी ध्वस्त हो सकता है आरोपी का घर

चाकूबाजी में घायल छात्र की मौत की अफवाह पर अस्पताल और शहर में जगह-जगह लोगों के इकट्ठा होने के बाद कलेक्टर ने एक बार फिर आमजन और सभी समुदायों से अपील की है कि बच्चा स्वस्थ है, वे आज सुबह ही उससे मिलकर आए हैं। चिकित्सकों से भी  उसके स्वास्थ्य को लेकर चर्चा हुई है। कलेक्टर अरविंद पोसवाल ने कहा कि आमजन किसी भी तरह की अफवाह में नहीं आएं और शांति बनाए रखें।

मुख्यमंत्री को जा रही पल-पल की रिपोर्ट

मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को उदयपुर की प्रत्येक स्थिति की पल-पल की रिपोर्ट जा रही है। कलेक्टर अरविंद पोसवाल ने बताया कि घायल बच्चे को बेहतर स्वास्थ्य मिले, इसके लिए मुख्यमंत्री ने जयपुर से विशेषज्ञ चिकित्सकों की टीम भेजी है।

पूरे संभाग से बुलाई फोर्स
इधर पुलिस प्रशासन ने शहर में शांति व्यवस्था करने और किसी भी तरह की स्थिति से निपटने के लिए संभाग भर से अतिरिक्त बल बुला लिया है। अन्य जिलों के एसपी भी उदयपुर में तैनात कर दिए गए हैं। चित्तौड़गढ़ एसपी संजीव जोशी जहां एमबी अस्पताल में मोर्चा संभाले हुए हैं, वहीं उदयपुर एसपी योगेश गोयल शहर भर में नजर रखे हुए हैं।

आईजी ने दी चेतावनी

आईजी अजयपाल लांबा भी स्थिति पर पूरी तरह से नजर रखे हुए हैं। उन्होंने अधिकारियों से चर्चा कर सभी को जरूरी निर्देश दिए हैं। साथ ही सख्त लहजे में अपील जारी की है कि यदि किसी ने भी शहर में माहौल खराब करने की कोशिश की तो उसके विरुद्ध सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने जनता से सौहार्द की अपील की है।

कभी भी ध्वस्त हो सकता है आरोपी का घर

इधर आरोपी छात्र का मकान अवैध रूप से बना होने की बात सामने आने पर नगर निगम और वन विभाग ने शनिवार को आरोपी के घर के बाहर अतिक्रमण हटाए जाने का नोटिस चस्पा कर दिया है। चर्चा है कि इस अवैध अतिक्रमण को कभी भी ध्वस्त कर दिया, जाएगा हालांकि नोटिस में तीन दिन का समय दिया गया है।

आरोपी का घर दीवानशाह कॉलोनी में है। चूंकि यहां नगर निगम और वन विभाग दोनों का क्षेत्राधिकार है, इसलिए दोनों ही विभागों ने नोटिस दिया है। वन विभाग ने भी जमीन खाली करने की चेतावनी अतिक्रामक को दी हे। नगर निगम ने तीन दिन का समय दिया है, हालांकि मौके से कुछ दूरी पर जेसीबी भी खड़ी की गई है। इससे अनुमान लगाया जा रहा है कि कभी भी अवैध अतिक्रमण हटाया जा सकता है।

दो दिन बाद रक्षाबंधन के मौके पर शहर में शांतिपूर्ण व्यवस्था बनाए रखना प्रशासन की बड़ी जिम्मेदारी है। जिले के कलेक्टर, आईजी और एसपी पहले ही कह चुके हैं कि उनकी पहली प्राथमिकता बच्चे को बेहतर उपचार देकर स्वास्थ्य लाभ देना और शहर में शांति कायम रखना है।

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