अंकिता हत्याकांड मामले की शुक्रवार को कोटद्वार स्थित एडीजे कोर्ट में सुनवाई हुई। पांचवीं तिथि पर एसआईटी के विवेचना अधिकारी इंस्पेक्टर राजेंद्र सिंह खोलिया की गवाही पूरी हो गई है। बचाव पक्ष की ओर से इस मामले में विवेचना अधिकारी से जिरह शुरू कर दी गई है।
विवेचक की गवाही पूरे होने के बाद शुक्रवार से ही बचाव पक्ष की जिरह भी शुरू हो गई है। अब इस मामले में अगली तिथि 30 अगस्त को निर्धारित की गई है। शुक्रवार को गवाही के दौरान तीनों आरोपी अदालत में हाजिर रहे। अब अगली तिथि से विवेचक की गवाही पर प्रति परीक्षा होगी।
जस्टिस फॉर अंकिता भंडारी कमेटी के बैनर तले देहरादून, श्रीनगर, हरिद्वार से आई महिलाओं ने स्थानीय युवाओं के साथ सिमलचौड़ स्थित अदालत परिसर में धरना प्रदर्शन करते हुए अंकिता के हत्यारों को जल्द सजा दिलाने व मामले को फास्ट ट्रेक कोर्ट में चलाने की मांग की। इस दौरान महिलाओं ने अदालत में पेशी पर आए तीनों हत्यारोपियों के खिलाफ नारेबाजी की। लोगों ने कोर्ट के बाहर किया धरना-प्रदर्शन किया।
कोटद्वार स्थित एडीजे कोर्ट में अंकिता हत्याकांड की सुनवाई थी। जिसे देखते हुए अदालत परिसर में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई थी। खुद कोतवाल मणिभूषण श्रीवास्तव पुलिस बल के साथ अदालत के मुख्य द्वार पर तैनात रहे। सुनवाई के दौरान अंकिता भंडारी के पिता बीरेंद्र सिंह भंडारी भी कोर्ट परिसर में मौजूद रहे।
इस दौरान जस्टिस फॉर अंकिता कमेटी के बैनर तले देहरादून निवासी यूकेडी की केंद्रीय उपाध्यक्ष प्रमिला रावत, श्रीनगर से सरस्वती नेगी, हरिद्वार से हेमा रावल, डॉ. मुकेश सेमवाल श्रीनगर, रंजन बर्थवाल, प्रीति नेगी, सीमा, रमेश कोटियाल व शिवानंद लखेड़ा अपने हाथों में बैनर लिए अदालत के मुख्य द्वार तक पहुंचे। यहां उन्होंने धरना देते हुए प्रदर्शन किया। उन्होंने अंकिता भंडारी के हत्यारों को जल्द से जल्द सजा दिलवाने की मांग की।