राजस्थान सरकार के कानून मंत्री जोगाराम पटेल गुरुवार को जोधपुर दौरे पर रहे। जोधपुर दौरे के दौरान कैबिनेट मंत्री जोगाराम पटेल ने मीडिया से बात की। सरकार ने अपने ही आदेश को कुछ घंटों में रोकने पर यू-टर्न जैसे सवालों पर उन्होंने कहा कि यू-टर्न को कुछ गलत अर्थों में परिभाषित किया गया है।
कैबिनेट मंत्री जोगाराम पटेल ने कहा जहां तक नगर पालिकाओं में सेवन सदस्य की नियुक्ति का प्रश्न था। नियुक्ति हुई थी आदेश निकाले थे, परंतु उसमें एक त्रुटि हो गई थी। त्रुटि की जानकारी मिली तो उस आदेश को तुरंत रोक रोकना यू-टर्न नहीं होता है। वहीं, अध्यापकों के तबादले होने के बाद आदेश को रोकने का प्रश्न है, क्योंकि हमारी पार्टी में कार्यकर्ता और पदाधिकारी को महत्व दिया जाता है। ट्रांसफर के उपरांत हमारे जनप्रतिनिधि और हमारे नेता ने एक आपत्ति की और कहा कि यह थोड़ा ठीक नहीं है तो उसे बात को महत्व दिया गया। आधार दिया गया और मान दिया गया। उस ट्रांसफर लिस्ट को कुछ दिनों के लिए रोका गया है। हम विधिवत इस सूची को जारी करेंगे। इसे यू-टर्न की परिभाषा देना ठीक नहीं है।
वहीं अपने ही सरकार के मंत्री किरोड़ी लाल मीणा के यू-टर्न वाले बयान पर कैबिनेट मंत्री जोगाराम पटेल ने कहा कि जीवन में कभी-कभी यू-टर्न लेना चाहिए। इसे तबादला सूची से जोड़कर नहीं देखा जाना चाहिए। किरोड़ी लाल मीणा ने किस संदर्भ में कहा यह मुझे जानकारी नहीं है।
वहीं कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष द्वारा शिक्षा मंत्री पर दिए बयान को लेकर उन्होंने कहा कि कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष को सुर्खियों में रहने की आदत है। सुर्खियों का बयान कोई महत्व नहीं रखता। ऐसे बयानों को कोई महत्व नहीं देता। ना ही समर्थन करता है। चाहे पूर्व के प्रदेश अध्यक्ष हो या फिर पूर्व के मुख्यमंत्री। इन सबकी सुर्खियों में रहने की आदत है।