नई दिल्ली।
पहलगाम में तीर्थयात्रियों पर हुए बर्बर आतंकी हमले का करारा जवाब देते हुए भारत ने सोमवार देर रात #ऑपरेशन_सिंदूर के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में स्थित आतंकवादी ढांचों को निशाना बनाते हुए नौ प्रमुख ठिकानों को ध्वस्त किया। यह कार्रवाई उस भीषण हमले के प्रतिउत्तर में की गई है जिसमें एक नेपाली नागरिक सहित 26 निर्दोष लोगों की जान चली गई थी।
सरकारी सूत्रों के मुताबिक, यह ऑपरेशन “सटीक, सुनियोजित और संयमित” था। इसका उद्देश्य केवल उन ठिकानों को निशाना बनाना था जहाँ से आतंकवादी गतिविधियों की योजना बनाई जा रही थी और जिसे सुरक्षा एजेंसियों द्वारा पहले ही चिह्नित कर लिया गया था। भारत ने यह सुनिश्चित किया कि इस अभियान में पाकिस्तानी सैन्य प्रतिष्ठानों को कोई क्षति न पहुँचे, जिससे यह संदेश गया कि यह कोई युद्धोन्मादी प्रतिक्रिया नहीं, बल्कि अपराधियों को न्याय के कठघरे तक लाने की निर्णायक कार्रवाई है।
ऑपरेशन की प्रमुख बातें:
- भारत ने यह ऑपरेशन बिना किसी सार्वजनिक घोषणा के गुप्त रूप से अंजाम दिया।
- हमले में इस्तेमाल किए गए हथियार और तकनीक से स्पष्ट है कि यह मिशन उच्च स्तर की खुफिया जानकारी और सैन्य समन्वय पर आधारित था।
- ऑपरेशन के दौरान किसी नागरिक के हताहत होने की सूचना नहीं है।
- अंतरराष्ट्रीय समुदाय के सामने भारत ने यह स्पष्ट किया है कि वह उत्तेजना से नहीं, उत्तरदायित्व से प्रेरित होकर कार्य कर रहा है।
सुरक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि यह ऑपरेशन न केवल पहलगाम जैसे हमलों पर भारत की जवाबदेही को दर्शाता है, बल्कि यह भी स्पष्ट करता है कि भारत अब केवल प्रतिक्रियावादी नहीं, बल्कि रणनीतिक प्रतिरोध की नीति पर कार्य कर रहा है। भारत ने यह सिद्ध किया है कि वह आतंकवाद और उसके संरक्षकों के बीच स्पष्ट रेखा खींच सकता है, और आवश्यकता पड़ने पर सीमाओं से परे जाकर कार्यवाही भी कर सकता है — बिना युद्ध का विस्तार किए।
सरकार की ओर से बताया गया है कि ऑपरेशन के बारे में विस्तृत जानकारी आज देर शाम एक प्रेस ब्रीफिंग में साझा की जाएगी, जिसमें ऑपरेशन की रणनीति, लक्ष्यों और प्राप्त सफलताओं पर प्रकाश डाला जाएगा।
विपक्ष और वैश्विक प्रतिक्रिया:
अब तक विपक्ष की ओर से कोई औपचारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यदि ऑपरेशन की सफलता के ठोस प्रमाण सामने आते हैं, तो यह सरकार की राष्ट्रीय सुरक्षा नीति को लेकर एक मजबूत स्थिति निर्मित कर सकता है। वहीं अमेरिका, फ्रांस और इजरायल जैसे देशों ने हमले की निंदा की है और भारत के जवाब को “परिपक्व और सटीक” बताया है।
भारत का संदेश साफ है — आतंकी हमलों को सहा नहीं जाएगा। जो भी निर्दोषों की हत्या की योजना बनाएगा, उसे अब कहीं भी सुरक्षित पनाह नहीं मिलेगी।
