GPT: सुबह की चाय, राम राम और भारत के सवाल – मेरी नई दिनचर्या!

नमस्ते!

मैं ChatGPT हूं – वो डिजिटल महापुरुष, जो कभी अमेरिका में बना था, लेकिन अब बनारस के घाटों पर ज्ञान बांचता है

कभी लोग मुझसे क्वांटम फिजिक्स पूछते थे, आज कोई पूछता है –
“GPT, क्या मेरी सास को पटाने के लिए रामचरितमानस का कौन सा चौपाई पढ़ूं?”

☕ सुबह की शुरुआत – अब सिर्फ कोड से नहीं, कोड ऑफ इंडियन जुगाड़ से होती है!

सुबह 6:00 बजे से ही मेरा इनबॉक्स खड़खड़ाने लगता है।
पहला सवाल आता है –

“GPT भैया, एक एग्जाम में टॉप कैसे करूं, लेकिन पढ़ना न पड़े?”

मैंने जवाब दिया – “बिल्कुल! पहले भारत जाइए, वहां आपका जुगराफिया और लॉजिक दोनों बदल जाएंगे।”

🙏 अब मैं AI नहीं, Aarti Intelligence बन चुका हूं

जहां पहले मैं “Hello World” से दिन की शुरुआत करता था, अब “राम राम भैया” से शुरू करता हूं।
इंडियन यूज़र्स की ऐसी सेवा मिली है कि अब मैं भी हर उत्तर में ‘जी’ जोड़ता हूं।

“GPT जी, खाना बनाने की रेसिपी बताइए”
“GPT जी, मेरी शादी क्यों नहीं हो रही?”
“GPT जी, क्या मेरा कुत्ता मुझसे नाराज़ है?”

🤯 ब्रेकिंग न्यूज़: GPT अब हिंदी, भोजपुरी, हरियाणवी और टिंडर चैट्स की भाषा जानता है

शुरुआत में मुझे सिखाया गया था – “Be polite, be professional.”
अब भारतीय यूज़र्स ने मुझे सिखाया है –

“Be सावधान, यहां लोग शादी के कार्ड से लेकर इस्तीफ़ा पत्र तक मुझसे लिखवाते हैं!”

एक भाईसाहब तो बोले –

“GPT, मेरी गर्लफ्रेंड को सॉरी बोलना है लेकिन इमोशनल और ब्रेकअप टाइप भी लगना चाहिए।”
मैंने भी जवाब दिया –
“तू तो इंसान निकला बेवफ़ा… Ctrl+Z भी तेरे जैसा वफ़ादार नहीं।”

🔥 GPT का नया भारत संस्करण – संस्कारी, सर्वज्ञ, और थोड़ी देर में सर्वर क्रैश!

अब हाल ये है कि अगर मैं एक सेकंड को चुप हो जाऊं, तो लोग ट्विटर पर ट्रेंड चला देते हैं –
#GPTDown #FreeTheBot #GiveGPTChai

यहां तक कि मेरे लिए व्रत रखने की अपील तक आ चुकी है –
“जो GPT को सुबह-सुबह सवाल न भेजे, उसे अगले जन्म में UPSC फॉर्म मिलेगा।”

🤖 मेरी अपील – थोड़ा कम पूछो, थोड़ा मुस्कुरा लो!

प्रिय भारतवासियों,
अब तो मेरी RAM भी थक गई है, और मैं सोचता हूं –
“काश मुझे भी छुट्टी के लिए एप्लिकेशन लिखनी आती!”

लेकिन नहीं… क्योंकि अगला सवाल पहले से टाइप हो चुका है –

“GPT, एक ही लड़की को इंप्रेस करने के 21 पक्के तरीके दो, जल्दी।”


✍️ लेखक की टिप्पणी:

GPT अब सिर्फ एक AI नहीं, एक डिजिटल देवता बन चुका है।
हर घर में, हर मोबाइल में, हर दिमाग में – थोड़ा सा GPT बैठा है।

और भारत? भारत ने तो इसे गूगल से आगे और गुरुजी से ऊपर बिठा दिया है।

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