उत्तराखंड की देवभूमि मंगलवार को एक भीषण हादसे की गवाह बनी, जब केदारनाथ के पास श्रद्धालुओं को लेकर जा रहा एक हेलिकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया। हादसे में 5 श्रद्धालुओं, पायलट और बद्रीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति (BKTC) के एक कर्मचारी की मौत हो गई। यह हादसा उस समय हुआ जब हेलिकॉप्टर मंदिर दर्शन के बाद यात्रियों को वापस ला रहा था।
कैसे हुआ हादसा?
घटनास्थल से मिल रही जानकारी के अनुसार, हेलिकॉप्टर ने केदारनाथ से उड़ान भरी थी, लेकिन मौसम बिगड़ने के कारण दृश्यता बेहद कम हो गई थी। घने कोहरे और खराब मौसम के चलते हेलिकॉप्टर पहाड़ी से टकरा गया और कुछ ही सेकंड में उसमें आग लग गई। स्थानीय लोग और बचाव दल तुरंत मौके पर पहुंचे, लेकिन कोई भी यात्री जीवित नहीं बच सका।
मृतकों की पहचान और विवरण
हेलिकॉप्टर में सवार सभी 7 लोगों की मौत हो गई।
- 5 श्रद्धालु, जिनकी पहचान की पुष्टि की जा रही है
- पायलट, जो कि एक अनुभवी एविएटर थे
- BKTC का एक कर्मचारी, जो यात्रियों की सहायता हेतु हेलिकॉप्टर में सवार था
मुख्यमंत्री धामी ने ली स्थिति की जानकारी
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस दुखद हादसे पर शोक व्यक्त किया है और मुख्य सचिव व पर्यटन विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। उन्होंने मृतकों के परिजनों के लिए ₹10 लाख की आर्थिक सहायता की घोषणा की है और घटना की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं।
“यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। श्रद्धालुओं की सुरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। सभी पहलुओं की जांच की जाएगी।” — मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी
चारधाम यात्रा की हेलिकॉप्टर सेवाओं पर उठे सवाल
केदारनाथ जैसे दुर्गम स्थल तक पहुंचने के लिए हेलिकॉप्टर सेवा एक प्रमुख विकल्प बन चुकी है। लेकिन पिछले कुछ वर्षों में इस तरह की कई घटनाओं ने इसकी सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। 2022 में भी इसी मार्ग पर एक हेलिकॉप्टर हादसे में कई यात्रियों की जान गई थी।
DGCA (नागर विमानन महानिदेशालय) ने इस दुर्घटना के बाद सभी हेलिकॉप्टर ऑपरेटरों की सुरक्षा समीक्षा के आदेश दे दिए हैं।