रुद्रप्रयाग, 01 नवम्बर 2025
लोकपर्व ईगास के अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जनपद रुद्रप्रयाग के वसुकेदार क्षेत्रान्तर्गत ग्राम भौंर का दौरा किया। यह वही क्षेत्र है जो हाल ही में आई प्राकृतिक आपदा से गहराई से प्रभावित हुआ था। मुख्यमंत्री ने यहां प्रभावित परिवारों से भेंट की, उनकी समस्याएं सुनीं और राज्य सरकार की ओर से हरसंभव सहायता का भरोसा दिलाया।
आपदा प्रभावितों से संवाद और संवेदना
मुख्यमंत्री धामी ने इस अवसर पर आपदा में जान गंवाने वाले कुलदीप सिंह नेगी (वन श्रमिक) और सते सिंह के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार संकट की हर घड़ी में जनता के साथ है और किसी भी पीड़ित को अकेला महसूस नहीं होने दिया जाएगा।
उन्होंने ग्राम भौंर में राहत एवं पुनर्वास कार्यों की प्रगति का स्थलीय निरीक्षण किया और अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी प्रभावित परिवारों को समयबद्ध राहत उपलब्ध कराई जाए। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से राहत कार्यों में पारदर्शिता, तत्परता और संवेदनशीलता बनाए रखने के निर्देश दिए।
प्रभावितों के साथ भोजन और भरोसे का संदेश
मुख्यमंत्री ने आपदा प्रभावित परिवारों के साथ मध्यान्ह भोजन किया। यह दृश्य प्रशासनिक औपचारिकता से परे, एक संवेदनशील संवाद का प्रतीक बन गया। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड एक आपदा-संवेदनशील राज्य है, इसलिए राज्य सरकार आपदा प्रबंधन को अधिक मजबूत और प्रभावी बनाने के लिए ठोस कदम उठा रही है।
प्रमुख घोषणाएं
मुख्यमंत्री धामी ने इस अवसर पर कई महत्वपूर्ण घोषणाएं कीं—
- आपदा प्रभावित क्षेत्र में स्थायी हेलीपैड का निर्माण किया जाएगा, ताकि आपातकालीन परिस्थितियों में त्वरित कार्रवाई संभव हो सके।
- ग्राम भौंर में आंगनवाड़ी केंद्र का निर्माण किया जाएगा।
- गांव तक दोपहिया वाहन की आवाजाही सुनिश्चित करने के लिए मोटर सड़क निर्माण हेतु एक करोड़ रुपये की धनराशि दी जाएगी।
- छेनागाड़ बाजार के पुनर्जीवन के लिए विस्तृत कार्ययोजना बनाई जाएगी।
- आपदा में क्षतिग्रस्त घरों और वाहनों के मुआवजे और विस्थापन योजना पर भी जल्द कार्रवाई की जाएगी।
राहत कार्यों को मिलेगी प्राथमिकता
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा कि पुनर्निर्माण कार्यों को प्राथमिकता के आधार पर शीघ्र पूरा किया जाए। उन्होंने कहा कि सड़क, पेयजल, बिजली, आवास और संचार व्यवस्था जैसी बुनियादी सुविधाओं को जल्द सामान्य किया जाना राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है।
मुख्यमंत्री राहत कोष के अंतर्गत विशेष प्रावधानों की जानकारी देते हुए उन्होंने लोगों से कठिन समय में धैर्य बनाए रखने और सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करने की अपील की।
ग्रामीणों ने जताया आभार
मुख्यमंत्री के आगमन पर ग्रामीणों ने गर्मजोशी से स्वागत किया और राज्य सरकार के त्वरित राहत प्रयासों के लिए आभार व्यक्त किया।
इस अवसर पर विधायक भरत चौधरी, जिलाधिकारी प्रतीक जैन, मुख्य विकास अधिकारी राजेंद्र सिंह रावत, अपर जिलाधिकारी श्याम सिंह राणा, पुलिस उपाधीक्षक प्रबोध घिल्डियाल, जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार, तहसील प्रशासन, लोक निर्माण विभाग, पेयजल निगम सहित अन्य विभागीय अधिकारी एवं जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे।

