देहरादून में 7 नवंबर से सजेगा सिनेमा का संगम, शुरू होगा 10वां अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव

देहरादून, 01 नवम्बर 2025 (सू. ब्यूरो)
उत्तराखंड की सांस्कृतिक राजधानी देहरादून एक बार फिर सिनेमा के रंगों में रंगने को तैयार है। 10वां देहरादून अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव आगामी 7 नवंबर 2025 से पीवीआर सेंट्रियो मॉल में शुरू होगा। तीन दिनों तक चलने वाला यह भव्य आयोजन 9 नवंबर तक दो स्थलों — पीवीआर सेंट्रियो मॉल और तुलास इंस्टीट्यूट — में आयोजित किया जाएगा।

यह महोत्सव न सिर्फ फिल्मों का उत्सव है, बल्कि कला, संस्कृति और संवाद का ऐसा मंच भी है जहाँ स्थानीय से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक के फिल्मकार और कलाकार एक ही छत के नीचे एकत्रित होते हैं।


🎬 सिनेमा और संस्कृति का संगम

देहरादून अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव अब तक नौ सफल संस्करणों का साक्षी रहा है। इस वर्ष भी आयोजन समिति ने इसे और भव्य रूप देने की तैयारी की है। आयोजक राजेश शर्मा ने बताया कि “हमारा उद्देश्य सिनेमा के माध्यम से उत्तराखंड के युवाओं को प्रोत्साहित करना और उनकी प्रतिभा को राष्ट्रीय मंच देना है।”

महोत्सव में देशभर से फिल्म निर्माता, अभिनेता, निर्देशक और कलाकार शामिल होंगे। साथ ही, फिल्म स्क्रीनिंग्स के दौरान सिनेमा प्रेमियों को नयी कहानियों, सामाजिक संदेशों और स्थानीय प्रतिभा की झलक देखने को मिलेगी।


🌟 खास आकर्षण — उत्तराखंड टैलेंट हंट और आंगन बाजार

इस बार महोत्सव में ‘उत्तराखंड टैलेंट हंट’ और ‘आंगन बाजार प्रदर्शनी’ जैसे दो विशेष आयोजन भी होंगे।

  • टैलेंट हंट प्रतियोगिता दो आयु वर्गों में आयोजित की जाएगी — 8 से 15 वर्ष और 16 वर्ष से अधिक। इसमें प्रतिभागी नृत्य, गायन, अभिनय, कविता, मिमिक्री जैसी विधाओं में हिस्सा लेंगे।
  • विजेताओं को न केवल पुरस्कार और प्रमाणपत्र दिए जाएंगे बल्कि उन्हें महोत्सव के आगामी प्रोजेक्ट्स में भाग लेने का मौका भी मिलेगा।

वहीं आंगन बाजार प्रदर्शनी स्थानीय हस्तशिल्प, कला और संस्कृति को प्रदर्शित करेगी, जिससे उत्तराखंड की पारंपरिक पहचान को बल मिलेगा।


💡 संवेदनशीलता का अनोखा संदेश

समावेशिता को प्रोत्साहित करते हुए महोत्सव के पहले दिन नेत्रहीन दर्शकों के लिए फिल्म “जाने दो भी यारो” की विशेष स्क्रीनिंग आयोजित की जाएगी। आयोजकों के अनुसार यह आयोजन “संवेदनशीलता और सहभागिता” का प्रतीक होगा — एक ऐसा उदाहरण जहाँ सिनेमा सबके लिए है।


🎥 दस वर्षों की यात्रा, नई ऊंचाइयों की ओर

पिछले दस वर्षों में यह महोत्सव सिर्फ एक आयोजन नहीं, बल्कि उत्तराखंड की रचनात्मक ऊर्जा का प्रतीक बन चुका है। यहाँ से कई कलाकारों ने राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाई है।
राजेश शर्मा ने कहा, “हम गर्व महसूस करते हैं कि देहरादून अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव ने उत्तराखंड को सिनेमा की नई दिशा दी है। हमारी कोशिश रहेगी कि आने वाले वर्षों में इसे और अंतरराष्ट्रीय पहचान दिलाई जाए।”

महोत्सव में प्रवेश निःशुल्क है, जिससे हर फिल्मप्रेमी इस सांस्कृतिक पर्व का आनंद ले सकेगा।

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