थप्पड़ कांड के खिलाफ 40 हजार RAS अधिकारी-कर्मचारियों ने किया पेन डाउन, RAS एसो. ने कही ये बात
कल देवरी-उनियारा विधानसभा सीट पर निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा द्वारा मतदान के दौरान एसडीएम को थप्पड़ मारने की घटना के बाद प्रदेश के लगभग 927 RAS अधिकारी, 10,000 पटवारी, 13,000 राजस्व कर्मचारी, 600 तहसीलदार और 15,000 ग्राम सेवकों समेत कई अन्य कर्मचारी पेन डाउन हड़ताल पर चले गए हैं। हड़ताल के कारण सरकारी कार्य प्रभावित हो रहे हैं।
हड़ताल पर गए इन अधिकारियों की मांगों में नरेश मीणा की गिरफ्तारी के साथ ही चुनावी ड्यूटी में कार्यरत अधिकारियों के साथ हिंसा पर सख्त कानूनी कार्रवाई करने और आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कड़े कदम उठाए जाने की मांग शामिल है। इसी के साथ खबर है कि नरेश मीणा को पुलिस ने समरावता में गिरफ्तार कर लिया है।
नरेश मीणा गिरफ्तारी बाद RAS एसोसिएशन का रुख आया सामने
नरेश मीणा की गिरफ्तारी बाद आरएएस एसोसिएशन अध्यक्ष महावीर खराड़ी व महासचिव नीतू राजेश्वर ने आपराधिक कृत्य के लिए वांछित धाराओं में शीघ्र चालान की समय सीमा तय करने तथा निर्वाचन आयोग स्तर पर मीणा की अयोग्यता के लिए कार्रवाई की मांग की।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि
- अति. जिला कलेक्टर/ उपखंड अधिकारी/ नगरीय निकाय व फील्ड अधिकारियों के लिए PSO दिलाया जाए
- पुलिस अधिकारियों को मजिस्ट्रेट ड्यूटी पर तैनात अधिकारियों के साथ समन्वय के लिए SOP जारी हो
- उपखण्ड अधिकारी कार्यालय के लिए स्टॉफ / संसाधन/ कार्यालय/ वाहन/ आवास की प्राथमिकता से शीघ्र व्यवस्था हो
- पदोन्नति हेतु राजस्थान प्रशासनिक सेवा के सभी स्केल में रिक्त पदों को भरने के लिए अनुभव और सेवा अवधि में छूट दिलवाई जाए
- बकाया ACR भरने के लिए पोर्टल खुलवाया जाए
- नरेश मीणा के खिलाफ 10 आपराधिक धाराएं, जिनमें 8 BNS के तहत और 2 पुराने कानून के तहत, लगाई जाएं
जोधपुर में विरोध प्रदर्शन
जोधपुर में सुबह जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय के बाहर एकत्रित हुए अधिकारियों ने RAS एसोसिएशन, जोधपुर अध्यक्ष अजीत सिंह के नेतृत्व में संभागीय आयुक्त प्रतिभा सिंह को ज्ञापन सौंपा। इस दौरान कई अन्य अधिकारी भी मौजूद थे।
कोटा में जनसुनवाई में विरोध
कोटा में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की जनसुनवाई के दौरान अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में प्रशासनिक अधिकारी पर हाथ उठाने और सरकारी कार्य में बाधा डालने के मामले में नरेश मीणा के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की गई।
मीडिया से बातचीत में कहा
प्रशासनिक अधिकारियों ने मीडिया से बातचीत में कहा कि ऐसी घटनाओं से सभी विभागों के अधिकारी और कर्मचारियों का मनोबल गिरता है। यदि जल्द कार्रवाई नहीं की गई तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा।
थप्पड़ मारने की इस घटना के कारण राजस्थान में सरकारी कामकाज ठप हो गया है। अधिकारियों का कहना है कि उनकी मांगें पूरी होने तक हड़ताल जारी रहेगी, और यदि दोषियों पर कार्रवाई नहीं हुई तो बड़े स्तर पर आंदोलन की योजना बनाई जाएगी।