प्रयागराज | महाकुंभ के आखिरी चरण में श्रद्धालुओं की भीड़ बेकाबू हो गई है। आज मेले का 41वां दिन है, और समापन में सिर्फ चार दिन शेष हैं। इस अंतिम वीकेंड पर संगम स्नान के लिए लाखों श्रद्धालुओं के उमड़ने से प्रयागराज के प्रमुख रास्तों पर भीषण जाम लग गया है। यमुना नदी पर बने ब्रिज की ओर जाने वाला मार्ग सात घंटे से अवरुद्ध है।
लखनऊ से आई एक महिला श्रद्धालु ने बताया, “शहर के बाहर बस से उतार दिया गया। शटल बस में खड़े होकर आना पड़ा, और महज आधे घंटे की दूरी तय करने में चार घंटे लग गए।”
एंट्री पॉइंट्स सील, लंबी दूरी पैदल तय करने की मजबूरी
बढ़ती भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने प्रयागराज के सातों प्रमुख एंट्री पॉइंट्स पर वाहनों की एंट्री बंद कर दी है। बाहरी श्रद्धालुओं को शहर से बाहर बनी पार्किंग में गाड़ियां खड़ी करनी पड़ रही हैं, जो संगम से 10-12 किलोमीटर दूर हैं।
इससे श्रद्धालुओं को लंबी दूरी पैदल तय करनी पड़ रही है। प्रशासन ने शटल बसों, ई-रिक्शा, ऑटो और ठेलों की व्यवस्था की है, लेकिन श्रद्धालुओं की भीड़ के मुकाबले ये नाकाफी साबित हो रहे हैं।
किराए में लूट, श्रद्धालु परेशान
ई-रिक्शा और ऑटो चालक मनमाना किराया वसूल रहे हैं। सामान्य किराए से तीन से चार गुना अधिक वसूली की जा रही है, जिससे श्रद्धालुओं में रोष है। शटल बसों में भीड़ इतनी ज्यादा है कि लोगों को खड़े होकर सफर करना पड़ रहा है।
प्रशासन के दावे फेल
प्रशासन ने महाकुंभ की भीड़ को नियंत्रित करने और यातायात सुचारु रखने के लिए कई दावे किए थे, लेकिन मौजूदा स्थिति उनके उलट नजर आ रही है। श्रद्धालु अव्यवस्था के कारण परेशान हैं और सुचारु व्यवस्था की मांग कर रहे हैं।