उत्तराखंड की शांत वादियों में एक सनसनीखेज वारदात ने पुलिस महकमे को हिलाकर रख दिया है। देहरादून में तैनात एक महिला सब-इंस्पेक्टर ने अपने ही सहकर्मी सिपाही असलम पर होटल में रेप करने और वीडियो बनाकर ब्लैकमेल करने का आरोप लगाया है। पीड़िता की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है और जांच शुरू कर दी गई है।
FIR में क्या लिखा गया?
महिला सब-इंस्पेक्टर के मुताबिक, वह और आरोपी सिपाही असलम एक ही ड्यूटी पर तैनात थे। घटना वाले दिन पीड़िता अपनी ड्यूटी पर कुछ देर से पहुंची, जिससे अधिकारी ने स्पष्टीकरण मांग लिया। अगले दिन समय से ऑफिस पहुंचने के लिए उसने शहर के एक होटल में ठहरने का फैसला किया।
पीड़िता का कहना है कि चूंकि आरोपी सिपाही असलम ही उसके सारे ऑफिस वर्क में मदद करता था, इसलिए उसने होटल में कमरे की बुकिंग के लिए उसी से कहा। आरोपी ने उसे बताया कि कमरा बुक हो चुका है और ड्यूटी खत्म होने के बाद वह खुद उसे होटल तक छोड़ने गया।
“रूम दिखाने के बहाने आया और दरिंदगी कर डाली!”
पीड़िता के अनुसार, आरोपी होटल में उसे कमरे तक छोड़ने गया और फिर “रूम देखने” के बहाने अंदर घुस आया। मौका देखकर उसने जबरन उसके साथ रेप किया। पीड़िता का आरोप है कि इस दौरान आरोपी ने उसका अश्लील वीडियो भी बना लिया और धमकी दी कि अगर उसने किसी को बताया, तो वीडियो इंटरनेट पर वायरल कर देगा।
पुलिस महकमे में हड़कंप, जांच शुरू
महिला अफसर के गंभीर आरोपों के बाद पुलिस ने तुरंत आरोपी सिपाही असलम के खिलाफ रेप और ब्लैकमेलिंग की धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है। घटना की जांच तेज कर दी गई है, और आरोपी की गिरफ्तारी की कोशिशें जारी हैं।
इस मामले ने एक बार फिर से पुलिस महकमे के भीतर महिलाओं की सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं। सवाल यह भी है कि क्या पुलिस बल के भीतर मौजूद ऐसे अपराधी अपने पद का गलत इस्तेमाल करके महिला अधिकारियों को शिकार बनाते रहेंगे? पुलिस में मौजूद “रक्षक” कब तक “भक्षक” बनते रहेंगे?