नई दिल्ली | राजधानी दिल्ली में आज शाम अचानक सियासी तापमान बढ़ गया जब राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) प्रमुख मोहन भागवत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सरकारी आवास पहुंचे। यह घटना इसलिए भी बेहद महत्वपूर्ण मानी जा रही है क्योंकि संघ प्रमुख का प्रधानमंत्री निवास पर सीधे आना अत्यंत दुर्लभ है।
इसके कुछ ही देर बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी वहां पहुंच गए। सूत्रों के मुताबिक पीएम आवास पर “हाईएस्ट लेवल स्ट्रैटेजिक मीटिंग” शुरू हो चुकी है, जिसमें राष्ट्रहित, आंतरिक सुरक्षा, और संभावित अंतरराष्ट्रीय घटनाक्रमों पर गहन चर्चा हो रही है।
संकेत किस ओर हैं?
राजनीतिक गलियारों में इस अप्रत्याशित बैठक को लेकर कयासों का दौर तेज हो गया है। क्या कोई बड़ा निर्णय होने जा रहा है? क्या यह सरकार के तीसरे कार्यकाल की नई वैचारिक दिशा तय करने की शुरुआत है? या फिर पाकिस्तान को लेकर कोई सख्त नीति तैयार की जा रही है?
RSS + सरकार = निर्णायक क्षण?
संघ प्रमुख का सीधे पीएम निवास पर पहुंचना बताता है कि यह कोई साधारण चर्चा नहीं, बल्कि रणनीतिक और निर्णायक स्तर की वार्ता है। यह मीटिंग ऐसे समय हो रही है जब राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हालात लगातार बदल रहे हैं – चाहे वह पाकिस्तान में बढ़ता राजनीतिक अस्थिरता हो, या भारत में संभावित कैबिनेट फेरबदल की अटकलें।
क्या कहता है मौन?
तीनों वरिष्ठों – मोदी, शाह और भागवत – के बीच हो रही यह चुपचाप लेकिन गंभीर बैठक कई गहरे राजनीतिक और सामरिक इशारे कर रही है। इस बैठक की निष्कर्षविहीन समाप्ति की संभावना कम है।
LIVE अपडेट्स का इंतज़ार करें… देश कुछ बड़ा होते देखने वाला है!