मुंबई।
बॉलीवुड में उस समय शोक की लहर दौड़ गई जब यह खबर आई कि अभिनेता मुकुल देव अब इस दुनिया में नहीं रहे। मात्र 54 वर्ष की उम्र में उनका निधन हो गया, और फिल्म इंडस्ट्री एक बार फिर स्तब्ध रह गई है।
1996 में ‘दस्तक’ से अपने करियर की शुरुआत करने वाले मुकुल देव ने अपने अभिनय से ‘आर… राजकुमार’, ‘सन ऑफ सरदार’, ‘जय हो’, ‘कृष्णा कुट्टी’ जैसी फिल्मों में गहरी छाप छोड़ी थी। वे न सिर्फ अभिनेता, बल्कि एक ट्रेंड पायलट और रचनात्मक आत्मा भी थे। लेकिन पिछले कुछ समय से वे बीमार चल रहे थे और दिल्ली के एक अस्पताल में भर्ती थे, जहां उन्होंने अंतिम साँस ली।
पर असली सनसनी उस समय फैली जब उनकी आख़िरी इंस्टाग्राम पोस्ट सामने आई, जिसमें उन्होंने लिखा था –
“And if your head explodes with dark forebodings too… I’ll see you on the dark side of the moon.”
यह पंक्तियाँ जैसे किसी अंतर्मन की पीड़ा बयां कर रही थीं – और अब इन्हें पढ़कर फैंस और करीबी सकते में हैं।
मुकुल के करीबी दोस्त विंदू दारा सिंह ने खुलासा किया कि वे अपनी मां के निधन के बाद गहरे अवसाद में चले गए थे और स्वास्थ्य की अनदेखी कर बैठे। अभिनेता मनोज बाजपेयी ने उन्हें “आध्यात्मिक भाई” बताते हुए श्रद्धांजलि दी, वहीं सुष्मिता सेन ने उन्हें “a wonderful soul” कहकर याद किया।
उनका अचानक यूँ चले जाना न सिर्फ दुखद है, बल्कि कई सवाल भी छोड़ गया है – क्या मुकुल देव अकेलेपन और मानसिक तनाव से जूझ रहे थे? क्या उनकी अंतिम पोस्ट एक संकेत थी जिसे दुनिया समझ नहीं पाई?
बॉलीवुड एक और प्रतिभाशाली सितारे को खो चुका है – एक ऐसा चेहरा जो हर फ्रेम में जिंदा था, लेकिन असल ज़िंदगी में शायद बहुत कुछ सह रहा था।