नई दिल्ली। एशिया कप 2025 में भारत-पाकिस्तान मुकाबले की तारीख सामने आते ही सियासी बवाल शुरू हो गया है। AIMIM प्रमुख और हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने लोकसभा में इस मैच को लेकर तीखी आपत्ति जताई है। उन्होंने कहा कि “मेरे ज़मीर को गवारा नहीं कि मैं यह मैच देखूं।”
यह मैच 14 सितंबर को होना है, जबकि महज पांच महीने पहले जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले में 25 जवान शहीद हुए थे। विपक्ष का कहना है कि जब पाकिस्तान से न तो व्यापार हो रहा है, न पानी दिया जा रहा है, न ही एयरस्पेस में एंट्री मिल रही है, तो क्रिकेट मैच कैसे हो सकता है?
संसद में ओवैसी का सीधा सवाल सरकार से:
“जब पाकिस्तान के प्लेन हमारे आसमान में नहीं आ सकते, उनकी नावें हमारे जलक्षेत्र में नहीं आ सकतीं, व्यापार बंद है, तो क्रिकेट कैसे चलेगा? क्या सरकार में हिम्मत है कि वो उन 25 शहीदों के परिवारों से कहे कि हमने ऑपरेशन सिंदूर में बदला ले लिया, अब आप पाकिस्तान के साथ मैच देखिए?”
यह बयान ऐसे समय में आया है जब BCCI ने दो दिन पहले ही एशिया कप 2025 का शेड्यूल जारी किया है। इस टूर्नामेंट में 8 टीमें हिस्सा लेंगी और भारत-पाकिस्तान के बीच ग्रुप मैच 14 सितंबर को खेला जाएगा। अगर दोनों टीमें सुपर-4 और फिर फाइनल तक पहुंचीं, तो यह महामुकाबला दो बार और हो सकता है।
अब सबकी निगाहें BCCI पर टिकी हैं — क्या बोर्ड पाकिस्तान के साथ इस मुकाबले का करेगा बायकॉट?
अब बड़ा सवाल यही है कि क्या सरकार और BCCI इस जनभावना को समझते हुए पाकिस्तान के साथ मुकाबले से पीछे हटेंगे? या फिर राजनीति और क्रिकेट को अलग मानकर मैदान में उतरेंगे?