उत्तराखंड के चमोली जिले के नंदानगर ब्लॉक में बीती रात बादल फटने से बड़ा हादसा हुआ। धुर्मा और कुंतरी गांवों में अचानक आई बाढ़ और मलबे ने तबाही मचाई। प्रशासन के अनुसार, इस प्राकृतिक आपदा में अब तक 5 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, जबकि कई लोग लापता बताए जा रहे हैं।
स्थानीय ग्रामीणों के मुताबिक, रात के समय अचानक भारी बारिश और तेज़ गर्जना के साथ पहाड़ी पर बादल फटा। देखते ही देखते नाले उफान पर आ गए और मलबा गांव की ओर बह निकला। कई घर मलबे में दब गए और खेतों में खड़ी फसलें भी पूरी तरह नष्ट हो गईं।
जिला प्रशासन और आपदा प्रबंधन दल मौके पर पहुंचकर राहत और बचाव कार्य में जुटे हुए हैं। एनडीआरएफ की टीम भी प्रभावित इलाकों में भेजी गई है। घायलों को पास के स्वास्थ्य केंद्रों में भर्ती कराया गया है। वहीं लापता लोगों की तलाश युद्ध स्तर पर जारी है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हादसे पर गहरा शोक व्यक्त किया है और प्रभावित परिवारों को हर संभव मदद का आश्वासन दिया है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि राहत कार्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
उत्तराखंड में हर साल बरसात के मौसम में पहाड़ों पर बादल फटने की घटनाएं सामने आती हैं, जिससे जन-धन की भारी हानि होती है। विशेषज्ञों का मानना है कि अनियंत्रित निर्माण कार्य और जलवायु परिवर्तन भी इन आपदाओं को और गंभीर बना रहे हैं।