झरना कमठान के नेतृत्व में उत्तराखण्ड को मिला दोहरा सम्मान: स्कॉच अवार्ड 2025

उत्तराखण्ड के लिए यह गर्व का क्षण है, जब ग्राम्य विकास विभाग को हाउस ऑफ हिमालयाज और मुख्यमंत्री उद्यमशाला योजना में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए स्कॉच अवार्ड 2025 से सम्मानित किया गया। इस उपलब्धि के पीछे विभाग की अपर सचिव एवं राज्य परियोजना प्रबंधन इकाई की परियोजना समन्वयक झरना कमठान के अथक प्रयास और सशक्त नेतृत्व को विशेष रूप से सराहा जा रहा है।

20 सितम्बर 2025 को इंडिया हैबिटेट सेंटर, नई दिल्ली में आयोजित समारोह में यह सम्मान झरना कमठान ने स्वयं प्राप्त किया। समारोह में देशभर के नीति–निर्माताओं, सामाजिक कार्यकर्ताओं और विकास क्षेत्र के प्रमुख लोग मौजूद थे।

हाउस ऑफ हिमालयाज: झरना कमठान की सोच से निखरा लोकल ब्रांड

झरना कमठान ने उत्तराखण्ड की महिलाओं और किसानों की मेहनत को सीधे बाज़ार तक पहुंचाने के लिए हाउस ऑफ हिमालयाज पहल को सक्रिय रूप से आगे बढ़ाया। उनके मार्गदर्शन में पर्वतीय क्षेत्रों के महिला स्वयं सहायता समूहों और किसानों द्वारा तैयार उत्पादों की ब्रांडिंग, पैकेजिंग और मार्केटिंग को आधुनिक स्वरूप दिया गया।
इस प्रयास से उत्तराखण्ड के पारंपरिक उत्पाद न केवल राष्ट्रीय बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी लोकप्रिय हुए। महिलाओं की आर्थिक आत्मनिर्भरता और किसानों की आय में बढ़ोतरी इस पहल की सबसे बड़ी उपलब्धि रही।

मुख्यमंत्री उद्यमशाला योजना: युवाओं के लिए नए अवसर

झरना कमठान के नेतृत्व में ग्राम्य विकास विभाग ने मुख्यमंत्री उद्यमशाला योजना – रूरल बिजनेस इन्क्यूबेटर को धरातल पर उतारा। इस योजना ने ग्रामीण युवाओं को प्रशिक्षण, तकनीकी ज्ञान और स्वरोजगार के अवसर उपलब्ध कराए।
झरना कमठान की निगरानी और सक्रिय भूमिका से इस योजना ने गांवों में ही उद्यमिता को बढ़ावा दिया और पलायन की चुनौती को रोकने की दिशा में ठोस कदम उठाया।

समारोह में उत्तराखण्ड का गौरव

नई दिल्ली में आयोजित इस भव्य समारोह में झरना कमठान के साथ मुख्य विकास अधिकारी डॉ. प्रमोद बेनीवाल, गोविन्द धामी, गुलजारन कुमार और हाउस ऑफ हिमालयाज से प्रेरणा ध्यानी भी मौजूद रहे। सम्मान ग्रहण करते समय झरना कमठान को खास तौर पर बधाई दी गई और उनके कार्यों को राज्य की प्रगति में महत्वपूर्ण योगदान माना गया।

झरना कमठान का यह सम्मान न केवल व्यक्तिगत उपलब्धि है, बल्कि यह दर्शाता है कि उत्तराखण्ड में महिला नेतृत्व किस तरह ग्रामीण विकास, महिला सशक्तिकरण और आत्मनिर्भरता की दिशा में ऐतिहासिक काम कर रहा है।

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