राजस्थान
जन्मअष्टमी पर CM शर्मा ने की श्रीकृष्ण गमन पथ को विकसित करने की घोषणा, मंदिरों का होगा सौंदर्यीकरण
राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने मध्य प्रदेश के सीएम डॉ. मोहन लाल यादव के साथ मिलकर श्रीकृष्ण गमन पथ को लेकर जन्मअष्टमी पर बड़ी घोषणा की है। उन्होंने कहा कि गमन पथ में आने वाले सभी मंदिरों का सौंदर्यीकरण किया जाएगा और यात्रियों के लिए सुविधाएं विकसित की जाएंगी।
मुख्यमंत्री शर्मा ने जन्माष्टमी के अवसर पर प्रदेश के सभी नागरिकों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि भगवान कृष्ण धर्म के प्रतीक हैं और उनका जीवन आज भी हमें प्रेरित करता है। जहां-जहां भगवान श्रीकृष्ण के पावन चरण पड़े, उन सभी स्थानों को तीर्थ के रूप में विकसित किया जाएगा। जगद्गुरु भगवान श्रीकृष्ण का लीलामयी जीवन ‘श्रीकृष्ण-गमन पथ’ के माध्यम से हमारे प्रेरणा केंद्र के रूप में स्थापित होगा। श्रीकृष्ण ने मथुरा से भरतपुर, सवाई माधोपुर और कोटा के रास्ते उज्जैन तक आध्यात्मिक यात्रा की थी।
हम इस ऐतिहासिक मार्ग को विकसित करने का कार्य करेंगे। लोक आस्था के केंद्र ‘प्रभु श्रीकृष्ण’ से जुड़े ऐतिहासिक स्थलों और धार्मिक स्थलों को ‘श्रीकृष्ण गमन-पथ’ के रूप में विकसित किया जाएगा। मार्ग में पड़ने वाले मंदिरों जैसे भरतपुर में बांके बिहारी मंदिर, दौसा में श्री गिरिराज धरण मंदिर, कोटा में श्री मथुराधीश मंदिर, झालरापाटन में श्री द्वारकाधीश मंदिर और अन्य तीर्थ स्थलों का सौंदर्यीकरण किया जाएगा। यहां विकास कार्य किए जाएंगे और तीर्थयात्रियों के लिए सुविधाएं विकसित की जाएंगी।
बता दें कि मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव के साथ राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की बैठक के दौरान निर्णय लिया गया था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ की परिकल्पना के अनुसार, दोनों सरकारें श्रीकृष्ण गमन पथ को विकसित करने के लिए मिलकर काम करेंगी। ताकि, दोनों राज्यों के नागरिक इस आध्यात्मिक अनुभव का आनंद ले सकें।