केदारनाथ उपचुनाव से पहले BJP ने दावेदारों के लिए तय किया टारगेट, हरहाल में करना होगा यह काम

केदारनाथ उप चुनाव से पहले भाजपा के संभावित दावेदारों के सामने एक चुनौती बढ़ गई है। उन्हें अपनी दावेदारी पुख्ता करने के लिए ज्यादा से ज्यादा नए सदस्य बनाने होंगे। पार्टी के लिए जो नए सिरे से जितने ज्यादा सदस्य बनाएगा,उसका दावा उतना मजबूत हो सकता है।भाजपा उत्तराखंड में एक सितंबर से बड़े स्तर पर सदस्यता अभियान शुरू करने जा रही है। पहले चरण में प्राथमिक सदस्य बनाए जाएंगे और इसके बाद सक्रिय सदस्य बनाने की प्रक्रिया शुरू होगी।

पार्टी ने मंत्री, विधायकों को पिछले विधानसभा चुनाव में मिले वोट से ज्यादा सदस्य बनाने का लक्ष्य रखा है। पार्टी का यह फार्मूला उन पर लागू है जो विभिन्न चुनावों में अपनी दावेदारी ठोकते हैं लिहाजा केदारनाथ उप चुनाव से पहले भाजपा के संभावित दावेदारों की पहली परीक्षा शुरू होने जा रही है।

जुलाई में विधायक शैला रानी के बीमारी के बाद से यह सीट खाली हुई है और नौ जनवरी 2025 से पहले इस सीट के लिए उप चुनाव होना अनिवार्य है लिहाजा माना जा रहा है कि निर्वाचन आयोग दिसंबर तक चुनाव की तिथि घोषित कर सकता है। भाजपा में इस सीट के लिए साथ दावेदार हैं, हालांकि अभी तक किसी ने भी पार्टी फोरम पर यह दावेदारी नहीं की।

पार्टी के भीतर फिलहाल केदारनाथ से दो बार विधायक रह चुकी और महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष आशा नौटियाल, लोकसभा चुनाव के दौरान भाजपा में शामिल हुए कुलदीप रावत, दिवंगत विधायक शैलारानी की बेटी ऐश्वर्या के साथ ही बीकेटीसी अध्यक्ष अजेंद्र अजय, दर्जाधारी चंडी प्रसाद भट्ट, पूर्व दर्जाधारी दिनेश बग्वाड़ी और पूर्व जिलाध्यक्ष दिनेश उनियाल के नाम की चर्चाएं हैं।जब निर्वाचन आयोग उप चुनाव की तिथि का ऐलान करेगा, तब ही दावेदारों का पैनल हाईकमान को भेजा जाएगा। सदस्यता अभियान में जिस कार्यकर्ता की जितनी बड़ी भूमिका होगी, निश्चित तौर पर उन्हें इनाम भी मिलेगा।

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