छतरपुर (मध्य प्रदेश)। सनातनी श्रद्धालुओं को प्रयागराज के महाकुंभ मेले में लेकर जा रही एक विशेष ट्रेन पर भीड़ ने बर्बर हमला कर सनसनी फैला दी। झांसी से प्रयागराज जा रही इस ट्रेन पर छतरपुर जिले के पास अराजक तत्वों ने अचानक पथराव किया और तोड़फोड़ मचाई, जिससे यात्रियों में भारी दहशत फैल गई।
इस घटना में कई यात्रियों को चोटें आईं, वहीं ट्रेन के खिड़कियों और दरवाजों को बुरी तरह क्षतिग्रस्त कर दिया गया। भयभीत यात्रियों ने ट्रेन के भीतर छिपकर अपनी जान बचाई। ट्रेन में सवार श्रद्धालु अपने धार्मिक आस्था के तहत महाकुंभ में डुबकी लगाने जा रहे थे, लेकिन इस हमले ने उनकी यात्रा को भयावह अनुभव में बदल दिया।
घटना के दौरान ट्रेन में महिलाएं, बुजुर्ग और बच्चे भी मौजूद थे, जो इस पथराव के बीच बुरी तरह घबरा गए। एक यात्री ने बताया, “हम शांति और आस्था के साथ महाकुंभ जा रहे थे, लेकिन अचानक पथराव शुरू हो गया। हम अपनी जान बचाने के लिए कोच के कोनों में छिप गए।”
स्थानीय अधिकारियों और रेलवे प्रशासन ने इस घटना की निंदा की है और मामले की जांच शुरू कर दी है। पुलिस के अनुसार, हमलावरों की पहचान करने के लिए सीसीटीवी फुटेज और स्थानीय सूत्रों की मदद ली जा रही है। अभी तक हमले के कारणों का खुलासा नहीं हो सका है, लेकिन इसे श्रद्धालुओं की आस्था पर हमला माना जा रहा है।
इस शर्मनाक घटना ने धार्मिक आस्था और यात्रियों की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। श्रद्धालुओं और धार्मिक संगठनों ने इस कृत्य की कड़ी निंदा करते हुए दोषियों को सख्त सजा देने की मांग की है।
रेलवे ने आश्वासन दिया है कि महाकुंभ यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए विशेष उपाय किए जाएंगे। लेकिन इस घटना ने श्रद्धालुओं के दिलों में डर और आक्रोश पैदा कर दिया है। क्या धार्मिक आस्था का सम्मान करने वाले देश में ऐसी घटनाएं कब खत्म होंगी? यह सवाल हर सनातनी के मन में गूंज रहा है।