नई दिल्ली: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज संसद में 2025 का केंद्रीय बजट पेश किया, जो देश के गरीबों और मध्यम वर्ग के लिए कई राहत योजनाओं के साथ आया। जहां एक ओर भाजपा समर्थकों में उत्साह और जश्न का माहौल है, वहीं विपक्ष ने इस बजट को ‘निराशाजनक’ और ‘असंतुलित’ करार दिया और संसद से वॉकआउट कर दिया।
कांग्रेस पार्टी ने इस बजट को आम जनता के लिए निराशाजनक बताते हुए आरोप लगाया कि इसमें गरीबों और मध्यम वर्ग के लिए कोई ठोस उपाय नहीं हैं। कांग्रेस के नेता ने कहा, “यह बजट केवल बड़े उद्योगपतियों और कॉर्पोरेट सेक्टर को लाभ पहुंचाने के लिए है, जबकि आम नागरिकों की परेशानियों पर कोई ध्यान नहीं दिया गया।”

वहीं, भाजपा के नेतृत्व में सरकार ने इस बजट को गरीबों और मध्यवर्गीय परिवारों के लिए एक उम्मीद का संकेत बताया। वित्त मंत्री ने इस बजट में विभिन्न योजनाओं की घोषणा की, जिनमें शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार से जुड़ी योजनाएं प्रमुख हैं। इसके साथ ही, सरकार ने ग्रामीण क्षेत्रों में भी विशेष योजनाओं की शुरुआत की है, जो सीधे तौर पर गरीबों के जीवन स्तर को बेहतर बनाएगी।
विशेषज्ञों का मानना है कि इस बजट से भाजपा को दिल्ली विधानसभा चुनाव में भी फायदा हो सकता है। इस बजट ने दिल्ली के निवासियों के लिए स्वास्थ्य, आवास और बुनियादी ढांचे से संबंधित कई परियोजनाओं का ऐलान किया है, जो आगामी चुनावों में भाजपा की स्थिति को मजबूत कर सकते हैं।
विपक्ष द्वारा वॉकआउट के बावजूद, केंद्रीय बजट का प्रभाव देश के विभिन्न हिस्सों में महसूस किया जाएगा, और यह आगामी चुनावों में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।