प्रयागराज में महाकुंभ 2025 की भव्यता अपने चरम पर है, और इसी भक्ति की लहर में देश-विदेश के श्रद्धालु संगम में डुबकी लगा रहे हैं। लेकिन इस बार साधारण श्रद्धालुओं के साथ देश के बड़े नेता, फिल्मी सितारे और नामचीन हस्तियां भी इस आध्यात्मिक मेले में अपनी उपस्थिति दर्ज करा रही हैं। राजनीति से लेकर बॉलीवुड तक, हर कोई इस अलौकिक संगम में पुण्य अर्जित करने पहुंच रहा है।
जब चुनाव आयुक्त भी बने श्रद्धालु
मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार का महाकुंभ में आना और त्रिवेणी संगम में डुबकी लगाना कई मायनों में अहम है। आमतौर पर सख्त और प्रशासनिक छवि में दिखने वाले चुनाव आयोग के अधिकारी इस बार आध्यात्मिक रंग में रंगे नजर आए। शायद यह भारतीय संस्कृति की वो शक्ति है, जो किसी को भी अपने मोहपाश में बांध सकती है।
सियासी रंग में भी रंगा महाकुंभ
सिर्फ प्रशासनिक अधिकारी ही नहीं, बल्कि महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे भी संगम में आस्था की डुबकी लगाकर पुण्यलाभ लेते दिखे। राजनीतिक गलियारों में इस बात की चर्चा तेज है कि क्या नेताओं के महाकुंभ में आने का कोई राजनीतिक एजेंडा भी है, या फिर यह विशुद्ध आस्था का मामला है? चुनावी साल होने के चलते इसे वोटबैंक साधने का प्रयास भी माना जा सकता है।
बॉलीवुड सितारों की भी महाकुंभ में धूम
महाकुंभ में इस बार फिल्मी जगत की कई हस्तियां भी शामिल हो रही हैं। कटरीना कैफ ने अपनी सास के साथ त्रिवेणी संगम में डुबकी लगाकर अपने आध्यात्मिक पक्ष को दर्शाया। उनकी उपस्थिति ने मेले में ग्लैमर का तड़का लगा दिया। इसी कड़ी में सोनाली बेंद्रे, अक्षय कुमार और रवीना टंडन जैसे बड़े सितारे भी प्रयागराज पहुंचे और संगम में डुबकी लगाकर खुद को सौभाग्यशाली बताया।
रवीना टंडन ने कहा, “मैं अपने परिवार के साथ यहाँ आई हूँ। हम भाग्यशाली हैं जो यहां आए।”
जबकि अक्षय कुमार, जो अक्सर सामाजिक और धार्मिक आयोजनों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते हैं, इस बार भी अपनी उपस्थिति से चर्चा में हैं। उनकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही हैं।
सियासत और सिनेमा के मिलन का नया मंच?
महाकुंभ हमेशा से धार्मिक आस्था का सबसे बड़ा संगम रहा है, लेकिन इस बार इसका एक नया रूप देखने को मिल रहा है—जहां धर्म, राजनीति और सिनेमा का अनूठा मिश्रण देखने को मिल रहा है। चुनावी माहौल में जहां नेता आस्था के सहारे जनता से जुड़ने की कोशिश कर रहे हैं, वहीं फिल्मी सितारे भी अपनी आध्यात्मिक छवि को संवारते नजर आ रहे हैं।
महाकुंभ 2025 का यह अनोखा संगम केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि भारत की संस्कृति, राजनीति और फिल्मी जगत का एक साझा मंच बन चुका है। अब देखना यह होगा कि आने वाले दिनों में और कौन-कौन सी बड़ी हस्तियां इस महायज्ञ में आहुति देने पहुंचती हैं।
तो आप किसकी आस्था की डुबकी को सबसे दिलचस्प मानते हैं?