“रेप, वीडियो और ब्लैकमेल! अभिनेत्री का आरोप – ‘बॉलीवुड में ब्रेक चाहिए तो रातें रंगीन करनी होंगी!'”

मुंबई | 26 फरवरी 2025

 

बॉलीवुड में करियर बनाने की उम्मीद लेकर आई एक अभिनेत्री के सपनों को चकनाचूर करने वाला मामला सामने आया है। उद्योगपति श्याम सुंदर भरतिया और तीन अन्य व्यक्तियों पर अभिनेत्री ने बलात्कार, नशीली दवाएं देकर बेहोश करने और ब्लैकमेलिंग के गंभीर आरोप लगाए हैं। यह मामला तब और सनसनीखेज हो गया जब खुलासा हुआ कि अभिनेत्री ने 11 नवंबर 2023 को ही पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी, लेकिन रसूखदार आरोपियों के खिलाफ एफआईआर तक नहीं दर्ज की गई। अंततः, बॉम्बे हाईकोर्ट के दखल के बाद 22 फरवरी 2025 को पुलिस को मजबूरन एफआईआर दर्ज करनी पड़ी।

 

क्या है पूरा मामला?

 

एफआईआर के अनुसार, अभिनेत्री की मुलाकात आरोपी पूजा कंवलजीत सिंह से हुई, जिसने उसे बॉलीवुड में काम दिलाने का वादा किया। 3 मई 2023 को, पूजा ने अभिनेत्री को मुंबई के सांताक्रूज़ स्थित एक फाइव-स्टार होटल में उद्योगपति श्याम सुंदर भरतिया से मिलवाया। इसके बाद, 19 मई 2023 को आरोपी ने उसे सिंगापुर बुलाया, जहां उसे जबरन शराब पिलाई गई और उसके साथ बलात्कार किया गया।

 

इतना ही नहीं, एफआईआर के मुताबिक, पूजा कंवलजीत सिंह ने इस पूरे कृत्य को अपने मोबाइल फोन में रिकॉर्ड किया और बाद में इसे सार्वजनिक करने की धमकी देकर अभिनेत्री को ब्लैकमेल किया गया। अभिनेत्री का आरोप है कि 26 जून 2023 को अंधेरी और 14 अक्टूबर 2023 को ठाणे में उसके साथ दोबारा बलात्कार किया गया।

 

पुलिस पर गंभीर सवाल: हाईकोर्ट के आदेश के बाद दर्ज हुई एफआईआर

 

सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि अभिनेत्री ने 11 नवंबर 2023 को ठाणे पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी, लेकिन महीनों तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। जब पुलिस ने शिकायत को गंभीरता से नहीं लिया, तो अभिनेत्री ने न्याय की गुहार लगाने के लिए बॉम्बे हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया।

 

न्यायमूर्ति रेवती मोहिते-डेरे और डॉ. नीला गोखले की बेंच ने सुनवाई के दौरान पुलिस से सवाल किया कि अब तक एफआईआर क्यों नहीं दर्ज की गई?

 

इस पर ठाणे पुलिस ने 18 फरवरी को कोर्ट में जवाब दिया कि वह हाईकोर्ट के आदेश का पालन करेगी। इसके बाद, 22 फरवरी 2025 को आखिरकार एफआईआर दर्ज की गई।

 

एफआईआर में क्या आरोप दर्ज हुए?

 

पुलिस ने एफआईआर में बलात्कार, जानबूझकर अपमान, आपराधिक धमकी और अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है।

 

कंपनी और आरोपी का बचाव

 

जब यह मामला मीडिया में आया, तो जुबिलेंट इंडस्ट्रीज ने बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज में एक बयान जारी कर कहा कि “यह व्यक्तिगत मामला है और इसका कंपनी से कोई लेना-देना नहीं है।”

 

चेयरमैन श्याम सुंदर भरतिया ने भी आरोपों को “झूठा और दुर्भावनापूर्ण” करार दिया और कहा कि वह जांच में पूरा सहयोग करेंगे।

 

मुख्यधारा की मीडिया ने क्यों की खबर दबाने की कोशिश?

 

इस मामले को लेकर एक और विवाद खड़ा हो गया जब मीडिया में खबर दबाने के आरोप लगे।

 

पीगुरूज डॉट कॉम की रिपोर्ट के अनुसार, कई बड़े मीडिया संस्थानों ने इस खबर को कवर नहीं किया क्योंकि श्याम सुंदर भरतिया, मीडिया दिग्गज शोभना भरतिया के पति हैं।

 

इंडिया टुडे ने सोमवार दोपहर इस पर एक विस्तृत रिपोर्ट प्रकाशित की थी, लेकिन कुछ ही मिनटों में उसे वेबसाइट से हटा दिया गया।

 

क्या मिलेगा अभिनेत्री को न्याय?

 

यह मामला बेहद संवेदनशील है क्योंकि इसमें एक प्रभावशाली उद्योगपति का नाम शामिल है। अब जबकि हाईकोर्ट के हस्तक्षेप के बाद एफआईआर दर्ज हो चुकी है, देखना होगा कि पुलिस निष्पक्ष जांच करती है या नहीं।

 

बॉम्बे हाईकोर्ट ने स्पष्ट किया है कि जांच को “गुण-दोष के आधार पर” आगे बढ़ाया जाए।

 

अब सवाल यह है कि क्या अभिनेत्री को न्याय मिलेगा या फिर रसूखदार आरोपियों की ता

कत के आगे कानून एक बार फिर कमजोर पड़ जाएगा?

 

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