उत्तराखंड में हो रहे पलायान को रोकने और गाय को राष्ट्र माता घोषित करने को लेकर अनोखी यात्रा शुरू हुई है. आंदोलनकारी लक्ष्मण सिंह बुटोला ने पौड़ी गढ़वाल के सबधारखाल से केदारनाथ धाम के लिए साष्टांग दंडवत यात्रा की शुरुआत की है. ये यात्रा गुरुवार को घुड़दौड़ी पहुंची.
स्थानीय लोगों का उन्हें पूरा सहयोग मिल रहा है. आज शुक्रवार को यात्रा अछेरीखाल पहुंच चुकी है. लक्ष्मण सिंह का कहना है कि वह पहले भी क्षेत्र के मुद्दों को लेकर आंदोलन कर चुके हैं. एक बार फिर पहाड़ की महत्वपूर्ण आवश्यकता और समाज के हितों को लेकर वह केदारनाथ के लिए रवाना हो गए हैं.
लक्ष्मण सिंह बुटोला द्वारा शुरू की गई साष्टांग दंडवत यात्रा उत्तराखंड के सामाजिक और पर्यावरणीय मुद्दों को लेकर एक महत्वपूर्ण आंदोलन है. यह यात्रा पौड़ी गढ़वाल के सबधारखाल से शुरू हुई और केदारनाथ धाम तक जाएगी. इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य उत्तराखंड में हो रहे पलायान को रोकना और गाय को राष्ट्र माता का दर्जा दिलाना है.
गौरतलब है कि लक्ष्मण सिंह बुटोला पहले भी सड़क पानी और कई सामाजिक और पर्यावरणीय मुद्दों पर आंदोलन कर चुके हैं. दरअसल ग्रामीणों का भी कहना है कि उत्तराखंड के पहाड़ी क्षेत्रों से लगातार पलायन होने के कारण जंगली जानवरों का गांवों की ओर बढ़ना एक गंभीर समस्या बन गया है. यह स्थिति न केवल मनुष्यों के लिए बल्कि पशुओं के लिए भी खतरनाक हो गई है. जंगली जानवरों द्वारा पालतू पशुओं और मनुष्यों पर हमले बढ़ रहे हैं, जिससे स्थानीय लोगों की सुरक्षा और आजीविका पर गंभीर प्रभाव पड़ रहा है. इस समस्या को हल करने के लिए सरकार को गंभीरता से कदम उठाने की आवश्यकता है.