इस बार भारत ने आतंक के खिलाफ ऐसा जवाब दिया है जिसे पाकिस्तान सालों तक याद रखेगा। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ ने न केवल पीओके के आतंकी ढांचे को हिला दिया है, बल्कि इस कार्रवाई के बाद पूरे पाकिस्तान में हड़कंप मच गया है।
ऑपरेशन सिंदूर: आतंक पर भारतीय प्रहार
भारतीय सशस्त्र बलों ने बीती रात एक अत्यंत गोपनीय और सटीक सैन्य अभियान ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को अंजाम दिया। यह अभियान विशेष रूप से पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) में सक्रिय आतंकी ठिकानों को निशाना बनाने के लिए चलाया गया। विश्वस्त सूत्रों के अनुसार, भारतीय वायुसेना और विशेष बलों ने मिलकर यह हमला किया, जिसमें दर्जनों आतंकियों के ठिकाने ध्वस्त कर दिए गए हैं।
पाकिस्तान में रेड अलर्ट: हड़कंप और भय
‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद पाकिस्तान ने तत्काल अपने सभी सैन्य और नागरिक तंत्र को हाई अलर्ट पर रखा। पूरे देश में ‘रेड अलर्ट’ घोषित कर दिया गया है। सूत्र बताते हैं कि पाकिस्तान सरकार ने सभी सरकारी अस्पतालों को आपातकालीन मोड पर संचालित करने का आदेश जारी कर दिया है, जिससे संभावित हताहतों की स्थिति से निपटा जा सके।
हवाई क्षेत्र सील: उड़ानें रद्द, आसमान में सन्नाटा
पाकिस्तान की सरकार ने देश के आंतरिक और अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के लिए हवाई क्षेत्र को 24 से 36 घंटे के लिए पूरी तरह बंद कर दिया है। इस अचानक लिए गए निर्णय से कराची, लाहौर, इस्लामाबाद समेत कई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों पर अफरातफरी का माहौल है। यात्रियों को बिना किसी पूर्व सूचना के उड़ानों से उतार दिया गया, और भारी संख्या में उड़ानें रद्द की गईं।
दुनिया की नज़र: क्या होगा अगला कदम?
भारत की इस सर्जिकल स्ट्राइक के बाद अंतरराष्ट्रीय समुदाय की नजरें अब दक्षिण एशिया की स्थिति पर टिकी हैं। अमेरिका, फ्रांस और रूस ने क्षेत्र में शांति बनाए रखने की अपील की है, वहीं संयुक्त राष्ट्र ने अब तक कोई स्पष्ट प्रतिक्रिया नहीं दी है।
पाकिस्तान की अंदरूनी बेचैनी
पाकिस्तानी मीडिया में भी इस समय भारी उथल-पुथल है। एक ओर सरकार हमले को “भारतीय आक्रामकता” बता रही है, तो दूसरी ओर आम जनता सरकार की आतंकवाद पोषक नीतियों पर सवाल उठा रही है। कई स्थानीय चैनलों ने यह भी माना है कि पीओके में भारतीय हमले में “सटीक और घातक” निशाने साधे गए हैं।
क्या यह महज एक शुरुआत है?
‘ऑपरेशन सिंदूर’ क्या केवल पहला कदम है? क्या भारत ने अपने रुख में अब निर्णायक आक्रामकता अपना ली है? ये ऐसे सवाल हैं जिनके उत्तर आने वाले कुछ घंटों और दिनों में पूरी दुनिया को मिल सकते हैं।
भारत ने यह स्पष्ट कर दिया है कि अब हर आतंकवादी हरकत का जवाब कूटनीति से नहीं, बल्कि प्रत्यक्ष प्रहार से दिया जाएगा।