भारतीय क्रिकेट को कहा अलविदा, 12 वर्षों के शानदार टेस्ट करियर का हुआ अंत
भारतीय क्रिकेट टीम के वरिष्ठ बल्लेबाज़ और कप्तान रोहित शर्मा ने टेस्ट क्रिकेट से तत्काल प्रभाव से संन्यास की घोषणा कर दी है। यह फैसला उस वक्त आया है जब भारत और बांग्लादेश के बीच घरेलू टेस्ट श्रृंखला का ऐलान होने ही वाला था। बीसीसीआई ने एक आधिकारिक बयान जारी कर उनकी सेवा के लिए आभार प्रकट किया, वहीं रोहित ने भी सोशल मीडिया पर एक भावुक संदेश में इस फैसले की पुष्टि की।
रोहित शर्मा का टेस्ट करियर – एक नजर
- टेस्ट डेब्यू: 6 नवम्बर 2013 बनाम वेस्टइंडीज (कोलकाता)
- कुल टेस्ट मैच: 67
- कुल रन: 4301
- औसत: 45.12
- शतक: 12
- अर्धशतक: 16
- सर्वश्रेष्ठ स्कोर: 212 बनाम दक्षिण अफ्रीका (2019)
- कप्तानी में टेस्ट: 25 मैच (15 जीत, 6 हार, 4 ड्रा)
शुरुआत में मिडल ऑर्डर में खेले रोहित ने 2019 से सलामी बल्लेबाज के रूप में नई पहचान बनाई। विशाखापत्तनम में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ बतौर ओपनर दो शतक और एक दोहरा शतक लगाकर उन्होंने खुद को फिर से परिभाषित किया।
संन्यास के कारण – उम्र, फॉर्म और भविष्य
2024-25 की ऑस्ट्रेलिया टेस्ट श्रृंखला में रोहित का प्रदर्शन फीका रहा। पांच टेस्ट में वह केवल 131 रन ही बना सके, जिससे आलोचकों का ध्यान उनकी ओर गया। साथ ही उम्र (अब 38 वर्ष) और आने वाली व्यस्त शृंखलाओं को देखते हुए उन्होंने टेस्ट से विदा लेने का निर्णय लिया। हालांकि, उन्होंने यह स्पष्ट किया कि वह वनडे और T20 प्रारूपों में अभी भी खेलना जारी रखेंगे।
पूर्व कोच रवि शास्त्री और कई पूर्व खिलाड़ियों ने इस फैसले को समयोचित बताया और कहा कि इससे युवा बल्लेबाजों को लंबे प्रारूप में मौका मिलेगा।
रोहित शर्मा की कप्तानी – ठहराव और रणनीति का दौर
रोहित ने विराट कोहली के बाद टेस्ट टीम की कमान संभाली और भारत को घरेलू टेस्टों में निरंतर जीत दिलाई। उनकी कप्तानी में भारत ने 2023 WTC फाइनल तक का सफर किया, हालांकि खिताब नहीं जीत सके। पर रणनीतिक सोच, शांत मिज़ाज और बल्लेबाजों की समझ ने उन्हें एक अलग दर्जे का कप्तान बना दिया।
रोहित की विरासत – सिर्फ आंकड़े नहीं, भावनाओं का चेहरा
रोहित शर्मा सिर्फ आंकड़ों के खिलाड़ी नहीं थे। उनका स्टाइल, टाइमिंग, और क्रिकेट के प्रति उनका दृष्टिकोण उन्हें “हिटमैन” बनाता है। टेस्ट क्रिकेट में जब उन्हें बार-बार अनदेखा किया गया, तब उन्होंने सीमित मौकों को अवसर में बदला। ओपनिंग की भूमिका स्वीकार कर उन्होंने खुद को दोबारा साबित किया और यह साबित किया कि देर से शुरू हुआ करियर भी ऐतिहासिक बन सकता है।
क्रिकेट जगत की प्रतिक्रियाएं
सचिन तेंदुलकर ने लिखा – “रोहित, तुमने टेस्ट क्रिकेट में अपने लिए एक खास जगह बनाई है। ओपनर के रूप में तुम्हारा बदलाव प्रेरणादायक है। शुभकामनाएं आगे के सफर के लिए।”
विराट कोहली ने इंस्टाग्राम पर लिखा – “तू मैदान पर हमेशा क्लास था भाई। टेस्ट क्रिकेट तुम्हें मिस करेगा।”
अब आगे क्या?
बीसीसीआई के सूत्रों के अनुसार शुभमन गिल या जसप्रीत बुमराह को अगला टेस्ट कप्तान बनाया जा सकता है। वहीं रोहित अब टी20 वर्ल्ड कप 2026 पर नजरें गड़ाए हुए हैं, जहां वह भारत को एक और खिताब दिलाने की कोशिश में रहेंगे।
रोहित शर्मा का टेस्ट संन्यास भारतीय क्रिकेट में एक युग का अंत है – लेकिन उनके योगदान, शैली और संघर्ष की कहानी आने वाली पीढ़ियों को प्रेरणा देती रहेगी।