शेरों की दहाड़: मुंबई को हराकर पंजाब किंग्स फाइनल में पहुंची, श्रेयस की तूफानी पारी ने किया कमाल
अहमदाबाद।
क्रिकेट प्रेमियों के लिए यह एक ऐतिहासिक रात बन गई, जब पंजाब किंग्स ने 11 साल बाद आईपीएल के फाइनल में जगह बनाकर पुरानी यादें ताज़ा कर दीं। नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेले गए क्वालिफायर-2 में पंजाब ने मुंबई इंडियंस को 5 विकेट से मात देकर फाइनल का टिकट कटा लिया है। अब 3 जून को खिताबी भिड़ंत होगी रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु से।
श्रेयस की ‘शेर’ पारी – जीत की गूंज छक्कों से गूंजी
पंजाब के कप्तान श्रेयस अय्यर ने अपनी कप्तानी में टीम को न सिर्फ एकजुट किया, बल्कि बल्ले से भी कमाल दिखाया। 204 रनों के मुश्किल लक्ष्य का पीछा करते हुए श्रेयस ने 41 गेंदों में नाबाद 87 रनों की विस्फोटक पारी खेली। उन्होंने अपनी पारी में 5 चौके और 8 छक्के जमाए और आख़िरी ओवर में एक शानदार छक्का लगाकर पंजाब को विजयी बना दिया। उन्हें ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ चुना गया।
नेहल वधेरा और इंग्लिस की उपयोगी साझेदारी
श्रेयस का साथ बखूबी निभाया नेहल वधेरा (48 रन) और जोश इंग्लिस (38 रन) ने। इन दोनों की पारी ने मिडिल ऑर्डर को मजबूती दी और लक्ष्य की ओर टीम को मज़बूती से आगे बढ़ाया।
मुंबई की दमदार शुरुआत, लेकिन अंत में चूक
टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी मुंबई इंडियंस की ओर से तिलक वर्मा और सूर्यकुमार यादव ने 44-44 रनों की उपयोगी पारियां खेलीं। जॉनी बेयरस्टो ने भी 38 रन जोड़े। लेकिन अंतिम ओवरों में पंजाब के गेंदबाज़ों ने रफ्तार पकड़ी।
उमरजई और अश्विनी का बॉलिंग पंच
पंजाब की गेंदबाज़ी में अजमतुल्लाह उमरजई और अश्विनी कुमार ने ज़रूरी विकेट लेकर मैच की दिशा बदली। उमरजई को दो अहम विकेट मिले, जबकि अश्विनी ने भी दबाव बनाने में योगदान दिया। मुंबई की पारी 203 रनों पर सिमटी।
अब फाइनल में बेंगलुरु से भिड़ंत – क्या पंजाब इतिहास दोहराएगा या बनाएगा?
पंजाब किंग्स ने आख़िरी बार 2014 में फाइनल खेला था, लेकिन ट्रॉफी जीतने का सपना अधूरा रह गया था। अब एक दशक बाद टीम फिर उसी मुकाम पर है – जोश में, होश में, और इस बार शायद ‘तैयार’ भी।
3 जून को फाइनल में उनका मुकाबला होगा विराट कोहली की अगुआई वाली रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु से, जो खुद भी पहली बार खिताब जीतने की फिराक में है। यह फाइनल एक नई चैंपियन के जन्म का गवाह बनने जा रहा है।