कल से शक्ति की उपासना का पावन पर्व, नवरात्रि आरंभ हो रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस अवसर पर देशवासियों को शुभकामनाएं देते हुए नवरात्रि के पहले दिन, यानी 22 सितंबर 2025, सूर्योदय के साथ ही Next Generation GST Reforms लागू करने की घोषणा की। इसे प्रधानमंत्री ने एक बड़े “GST बचत उत्सव” के रूप में प्रस्तुत किया, जो आम नागरिकों की बचत बढ़ाएगा और उन्हें उनकी पसंदी की चीजें अधिक आसानी से खरीदने में मदद करेगा।
इस बचत उत्सव से देश के गरीब, मध्यमवर्गीय, युवा, किसान, महिलाएं, दुकानदार, व्यापारी और उद्यमी—सभी को लाभ मिलेगा। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि यह कदम देश की आर्थिक वृद्धि को तेज़ करेगा, कारोबार को आसान बनाएगा और निवेश को आकर्षक बनाएगा।
एक पुराना इतिहास बदलने वाला सुधार
प्रधानमंत्री ने 2017 से लागू GST सुधारों का उल्लेख करते हुए बताया कि इससे पहले देश में ऑक्ट्रॉय, एंट्री टैक्स, सेल्स टैक्स, एक्साइज, वैट, सर्विस टैक्स जैसे दर्जनों टैक्स मौजूद थे। एक शहर से दूसरे शहर सामान भेजने में कंपनियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता था। प्रधानमंत्री ने उदाहरण देते हुए बताया कि एक कंपनी बैंगलुरू से हैदराबाद सामान भेजने के लिए यूरोप के रास्ते भेजना बेहतर समझती थी।
2014 में सरकार ने जनहित और देशहित को ध्यान में रखते हुए GST को प्राथमिकता दी। केंद्र और राज्यों के सहयोग से One Nation-One Tax का सपना साकार हुआ।
Next Generation GST Reforms: नागरिकों की बड़ी राहत
GST के नए सुधारों में अब मुख्य रूप से केवल 5% और 18% टैक्स स्लैब रहेंगे। रोज़मर्रा के इस्तेमाल की ज्यादातर चीजें सस्ती होंगी। खाने-पीने का सामान, दवाइयाँ, साबुन, ब्रश, पेस्ट, स्वास्थ्य और जीवन बीमा जैसी सेवाएं या तो टैक्स-फ्री होंगी या सिर्फ 5% टैक्स देना होगा। 12% टैक्स वाले 99% सामान अब 5% स्लैब में आ जाएंगे।
इस बदलाव से पिछले 11 वर्षों में गरीबी से बाहर आए 25 करोड़ लोगों, नियो मिडिल क्लास और मध्यमवर्ग को बड़ी राहत मिलेगी। घर बनाने, इलेक्ट्रॉनिक सामान, वाहन खरीदने या होटल में रहने पर भी खर्च कम होगा।
MSMEs और लघु उद्योगों के लिए अवसर
प्रधानमंत्री ने MSMEs, लघु और कुटीर उद्योगों पर जोर देते हुए कहा कि GST में कटौती और नियमों की सरलता उनके व्यवसाय को बढ़ावा देगी। उनकी बिक्री बढ़ेगी, टैक्स कम देना होगा और उन्हें भी डबल फायदा मिलेगा। भारत की मैन्यूफैक्चरिंग और गुणवत्ता को फिर से विश्व स्तर पर पहचान दिलाने की चुनौती इन उद्योगों के सामने है।
स्वदेशी और आत्मनिर्भर भारत का संदेश
प्रधानमंत्री मोदी ने स्वदेशी के महत्व को दोहराया। उन्होंने कहा कि हमें विदेशी चीजों पर निर्भरता कम करनी होगी और देश में बने उत्पादों को बढ़ावा देना होगा। प्रत्येक घर और दुकान में स्वदेशी का प्रतीक दिखाई देना चाहिए। यह कदम आत्मनिर्भर भारत की दिशा में देश को मजबूत करेगा।
प्रधानमंत्री ने राज्यों से आग्रह किया कि वे मैन्यूफैक्चरिंग को गति दें और निवेश के लिए बेहतर माहौल बनाएं। जब केंद्र और राज्य मिलकर आगे बढ़ेंगे, तो आत्मनिर्भर भारत का सपना पूरा होगा और देश का हर राज्य विकसित होगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को नवरात्रि और GST बचत उत्सव की हार्दिक शुभकामनाएं दीं और सभी से स्वदेशी, आत्मनिर्भरता और विकास की इस राह में साथ आने का आह्वान किया।