देहरादून। उत्तराखण्ड में वन्यजीव सप्ताह का विधिवत शुभारंभ गुरुवार को मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने मुख्यमंत्री कैम्प कार्यालय से किया। इस अवसर पर उन्होंने वन विभाग की जागरूकता बाइक रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यह रैली घण्टाघर, परेड ग्राउंड और सर्वे चौक से होती हुई मालसी जू पहुँची, जहाँ आम जनता को वन्यजीव संरक्षण का संदेश दिया गया।
हर वर्ष अक्टूबर के प्रथम सप्ताह को वन्यजीव सप्ताह के रूप में मनाया जाता है, जिसका उद्देश्य वन्यजीवों के संरक्षण और जन-जागरूकता को बढ़ावा देना है। इस बार यह सप्ताह विशेष महत्व रखता है क्योंकि उत्तराखण्ड अपनी स्थापना के 25 वर्ष पूर्ण कर रहा है। वर्ष 2025 में वन्यजीव सप्ताह की 74वीं थीम है – “मानव-वन्यजीव सह-अस्तित्व”।
मुख्यमंत्री का संदेश
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने इस अवसर पर कहा कि—
“वन और वन्यजीव हमारे पारिस्थितिक तंत्र की धुरी हैं। इनके बिना जीवन की कल्पना संभव नहीं। मानव और वन्यजीवों का सह-अस्तित्व ही प्रकृति की स्थिरता और पर्यावरण संरक्षण की सबसे बड़ी कुंजी है। हमें उत्तराखण्ड की हरित विरासत को बचाने की जिम्मेदारी निभानी होगी।”
उन्होंने सभी नागरिकों से अपील की कि वे इस अभियान में सक्रिय रूप से भाग लें और आने वाली पीढ़ियों के लिए स्वच्छ, सुरक्षित और समृद्ध पर्यावरण सुनिश्चित करें।
विशेष आयोजन
वन्यजीव सप्ताह (02 से 08 अक्टूबर) के दौरान दून पुस्तकालय एवं शोध केन्द्र में वन्यजीव संरक्षण विषय पर फोटोग्राफी प्रदर्शनी आयोजित की जा रही है। इसके अतिरिक्त 03 अक्टूबर को मालसी जू, देहरादून में वन्यजीव संरक्षण जागरूकता कार्यक्रम आयोजित होगा जिसमें जनप्रतिनिधि, पर्यावरणविद और आम नागरिक हिस्सा लेंगे।
कार्यक्रम में मौजूद अधिकारी
कार्यक्रम में प्रमुख सचिव वन श्री आर.के. सुधाशु, प्रमुख वन संरक्षक (हॉफ) डॉ. समीर सिन्हा, प्रमुख वन संरक्षक (वन्यजीव) एवं मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक श्री रंजन कुमार मिश्र सहित वन विभाग के कई अधिकारी उपस्थित रहे।