भूस्खलन की चुनौती पर उत्तरकाशी DM प्रशांत आर्य की सख्त नजर — बमणती गांव में भूवैज्ञानिक निरीक्षण के निर्देश जारी

उत्तरकाशी, 08 अक्टूबर 2025 —
उत्तरकाशी जिले में लगातार हो रहे भू–धंसाव और भूस्खलन की घटनाओं पर जिलाधिकारी प्रशांत आर्य ने गंभीर चिंता जताई है। उन्हीं के निर्देशों पर आज भूवैज्ञानिक टीम ने तहसील चिन्यालीसौड़ के अंतर्गत आने वाले बमणती गांव का विस्तृत निरीक्षण किया। यह वही क्षेत्र है जहां पिछले कुछ वर्षों से धरासू–तारकोट रोड को बड़ेथी–बनचौरा मोटर मार्ग से जोड़ने वाले हिस्से में लगातार भू–धंसाव की समस्या बनी हुई है।

भारी वर्षा के बाद इस क्षेत्र में भूमिगत जल के रिसाव से जमीन का धंसना शुरू हो गया था। इस स्थिति पर तुरंत कार्रवाई करते हुए जिलाधिकारी प्रशांत आर्य ने भूगर्भीय टीम को मौके पर भेजा और स्वयं पूरे घटनाक्रम की मॉनिटरिंग की। उनके निर्देश पर भूवैज्ञानिक प्रदीप कुमार ने स्थल निरीक्षण करते हुए बताया कि प्रभावित क्षेत्र में कठोर चट्टानी ढालदार भूभाग है और वहां से भूमिगत जल का लगातार रिसाव हो रहा है, जिससे भूस्खलन जोन सक्रिय हो गया है।

भूवैज्ञानिक की रिपोर्ट के अनुसार यदि समय रहते सुरक्षात्मक कार्य नहीं किए गए, तो यह भू–धंसाव गांव की ओर बढ़ सकता है। इसको देखते हुए जिलाधिकारी ने तत्काल कार्यवाही के निर्देश दिए हैं। उन्होंने संबंधित विभागों को कहा है कि प्रभावित जोन में रिटेनिंग वॉल, जल निकासी नालियां और अन्य आवश्यक संरचनात्मक उपाय जल्द शुरू किए जाएं ताकि ग्रामीणों को किसी तरह का नुकसान न हो।

निरीक्षण के दौरान यह भी पाया गया कि तोक बिटुडी के निचले हिस्से में मोटर मार्ग और पैदल रास्ते के बीच गहरी दरारें उभर आई हैं। DM प्रशांत आर्य ने इस हिस्से को भी खतरनाक घोषित करते हुए त्वरित सुधार कार्यों की योजना बनाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि “प्राकृतिक आपदाओं के प्रति सजगता और त्वरित कार्रवाई ही जन–सुरक्षा की पहली शर्त है। प्रशासन पूरी जिम्मेदारी के साथ इस पर कार्य कर रहा है।”

जिला खनन अधिकारी ने जानकारी दी कि निरीक्षण आख्या जल्द ही जिलाधिकारी को सौंपी जाएगी ताकि आगे की तकनीकी रिपोर्ट पर आधारित कार्यवाही प्रारंभ की जा सके। निरीक्षण टीम में राजस्व उपनिरीक्षक राजन सिंह राणा, विभागीय फील्ड स्टाफ वीरेंद्र पंवार, पूर्व प्रधान शूरवीर सिंह राणा और ग्रामीण मनवीर राणा सहित कई स्थानीय लोग मौजूद रहे।

ग्रामीणों ने जिलाधिकारी के सक्रिय हस्तक्षेप की सराहना करते हुए कहा कि प्रशासन का यह तत्पर रुख उन्हें भरोसा देता है कि बमणती जैसे संवेदनशील क्षेत्रों में जन–सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता पर है।

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