मुनस्यारी, 29 अक्टूबर 2025 | ब्यूरो रिपोर्ट
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी आज प्रातः काल सीमांत क्षेत्र मुनस्यारी के दौरे पर रहे, जहां उन्होंने भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP) के जवानों और स्थानीय नागरिकों के साथ एक सादा लेकिन आत्मीय संवाद किया। पहाड़ की ठंडी सुबह में चाय की चुस्कियों के साथ मुख्यमंत्री ने जवानों का मनोबल बढ़ाया और सीमांत जनता की नब्ज़ को समझा।
सीमांत सुरक्षा और सादगी का संगम
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि राष्ट्र की सीमाओं की सुरक्षा में तैनात ITBP जवानों का परिश्रम और समर्पण पूरे देश के लिए प्रेरणा है। उन्होंने जवानों से उनके कार्यक्षेत्र और सुविधाओं के बारे में जानकारी ली। चाय की प्याली के साथ इस अनौपचारिक मुलाकात में मुख्यमंत्री का सरल स्वभाव एक भरोसेमंद संवाद का सेतु बना।

जनता से सीधा संवाद, योजनाओं का फीडबैक
मुख्यमंत्री ने स्थानीय लोगों से भी बातचीत की और उनकी कुशलक्षेम पूछी। उन्होंने सरकार की विकासपरक और जनकल्याणकारी योजनाओं जैसे प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना, मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना, पर्यटन विकास और सीमांत क्षेत्र सशक्तिकरण कार्यक्रम पर फीडबैक लिया। लोगों ने बताया कि राज्य सरकार की पहल से सड़क, स्वास्थ्य और शिक्षा क्षेत्रों में उल्लेखनीय सुधार हुआ है।
सीमांत विकास को नई दिशा
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि सीमांत क्षेत्रों का विकास सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता में है। उन्होंने बताया कि पर्यटन, आधारभूत ढांचा और कनेक्टिविटी के क्षेत्र में तेजी से काम हो रहा है ताकि सीमांत जीवन सुविधाजनक और आत्मनिर्भर बन सके। साथ ही उन्होंने स्थानीय प्रशासन को निर्देश दिए कि हर फीडबैक को प्राथमिकता के साथ क्रियान्वित किया जाए।
संवेदनशील नेतृत्व का उदाहरण
चाय की चुस्कियों में घुला यह संवाद केवल एक मुलाकात नहीं, बल्कि संवेदनशील शासन की झलक थी। मुख्यमंत्री धामी ने जनता से कहा कि सरकार का उद्देश्य सिर्फ योजनाएँ बनाना नहीं, बल्कि हर नागरिक तक उनका प्रभाव पहुंचाना है। मुनस्यारी के बर्फीले किनारों पर यह आत्मीय दृश्य एक संदेश दे गया — सादगी और संवेदनशीलता ही सच्चे नेतृत्व की पहचान है।
