रोम में गूंजा उत्तराखंड का मॉडल, IFAD मंच पर REAP की ऐतिहासिक पहचान

IFAD मुख्यालय में पहली बार ‘India Day Event’

रोम स्थित अंतर्राष्ट्रीय कृषि विकास निधि (IFAD) के मुख्यालय में 9 दिसंबर 2025 को पहली बार ‘India Day Event’ का आयोजन हुआ। यह आयोजन IFAD के अंतरराष्ट्रीय बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स द्वारा किसी एक देश को समर्पित पहला विशेष कार्यक्रम रहा। इसमें IFAD अध्यक्ष सहित लगभग 60 देशों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। भारत सरकार की ओर से आर्थिक कार्य विभाग, ग्रामीण विकास विभाग और इटली स्थित भारतीय दूतावास के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।


भारत–IFAD साझेदारी के 50 वर्ष

कार्यक्रम के दौरान भारत और IFAD के बीच 50 वर्षों की दीर्घकालिक साझेदारी को रेखांकित किया गया। ग्रामीण आजीविका, महिला सशक्तिकरण और उद्यम आधारित विकास मॉडल पर भारत के अनुभवों को वैश्विक मंच पर साझा किया गया, जिसे प्रतिनिधियों ने गंभीरता से सुना और सराहा।


REAP और ILSP मॉडल की वैश्विक प्रस्तुति

REAP परियोजना की प्रोजेक्ट डायरेक्टर झरना कमठान ने उत्तराखंड में IFAD के सहयोग से संचालित एकीकृत आजीविका सहयोग परियोजना (ILSP) और उसके विस्तार के रूप में लागू REAP परियोजना की विस्तृत जानकारी दी। प्रस्तुतीकरण में बताया गया कि किस तरह 2013 से पहाड़ी और ग्रामीण क्षेत्रों में आजीविका संवर्धन का मजबूत मॉडल विकसित किया गया।


लाखों परिवारों तक पहुंची REAP परियोजना

ILSP की सफलता के बाद IFAD ने इसे राज्यभर में दोहराने के लिए Rural Enterprise Acceleration Project (REAP) को स्वीकृति दी। वर्तमान में REAP के अंतर्गत लगभग 5.60 लाख परिवार, 60 हजार स्वयं सहायता समूह, 10 हजार ग्राम संगठन और 601 क्लस्टर लेवल फेडरेशन से जुड़कर उद्यम स्थापना, कौशल विकास और सतत आजीविका पर कार्य कर रहे हैं।


Hilans और House of Himalayas की ब्रांड स्टोरी

प्रस्तुतीकरण में बताया गया कि ILSP के तहत Hilans ब्रांड की स्थापना कर स्थानीय पारंपरिक उत्पादों को संगठित बाजार से जोड़ा गया। इसी अनुभव को आगे बढ़ाते हुए REAP परियोजना के अंतर्गत राज्य सरकार की कंपनी House of Himalayas Ltd. का गठन किया गया, जो उत्तराखंड के जैविक और विशिष्ट हिमालयी उत्पादों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय बाजार में पहचान दिला रही है।


महिला सशक्तिकरण और ग्रामीण अर्थव्यवस्था पर असर

REAP परियोजना के नवाचारों, महिला नेतृत्व, उद्यम आधारित आजीविका और ग्रामीण अर्थव्यवस्था पर पड़े सकारात्मक प्रभावों को उदाहरणों के साथ प्रस्तुत किया गया। मंच पर यह स्पष्ट हुआ कि परियोजना किस तरह महिलाओं, युवाओं और किसानों को स्वरोजगार और आत्मनिर्भरता की दिशा में आगे बढ़ा रही है।


अंतरराष्ट्रीय मंच पर HoH उत्पादों की सराहना

कार्यक्रम के दौरान REAP के उप निदेशक महेंद्र सिंह यादव ने House of Himalayas के अंतर्गत विकसित सामुदायिक उत्पादों का प्रदर्शन किया। उत्पादों की गुणवत्ता, पैकेजिंग और ब्रांडिंग को IFAD अध्यक्ष और बोर्ड सदस्यों ने सराहा। इससे उत्तराखंड के ग्रामीण क्षेत्रों में उत्पादित वस्तुओं को वैश्विक पहचान मिली।


वैश्विक स्तर पर उत्तराखंड का बढ़ता कद

यह आयोजन भारत की ग्रामीण विकास उपलब्धियों को अंतरराष्ट्रीय मंच पर प्रभावी ढंग से प्रस्तुत करने वाला साबित हुआ। साथ ही भारत–IFAD सहयोग को नई दिशा देने और उत्तराखंड के आजीविका मॉडल को वैश्विक उदाहरण के रूप में स्थापित करने की मजबूत नींव पड़ी।

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