निर्वाचन प्रक्रिया में पारदर्शिता और दक्षता पर जोर
देहरादून, 11 नवंबर।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी डॉ. बी.वी.आर.सी. पुरुषोत्तम ने मंगलवार को सचिवालय से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से देहरादून, हरिद्वार, नैनीताल और ऊधमसिंह नगर जिलों की समीक्षा बैठक की। बैठक में विशेष गहन पुनरीक्षण (Special Intensive Revision – SIR) की तैयारियों, बूथ लेवल एजेंट्स (BLA) की नियुक्ति और निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देशों पर विस्तार से चर्चा हुई।
मतदाता सूची के शुद्धिकरण पर विशेष अभियान
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिए कि वर्ष 2003 की मतदाता सूची में शामिल मतदाताओं का वर्तमान सूची में शत प्रतिशत मिलान सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने कहा कि इस कार्य को विशेष अभियान के रूप में संचालित किया जाए ताकि किसी भी मतदाता का नाम छूटने या दोहराव जैसी स्थिति उत्पन्न न हो।
डॉ. पुरुषोत्तम ने स्पष्ट किया कि जो मतदाता अब अन्य स्थानों पर शिफ्ट हो चुके हैं, उनसे बूथ लेवल ऑफिसर्स (BLOs) व्यक्तिगत रूप से संपर्क करें और उन्हें उनकी निर्धारित श्रेणी में सही ढंग से मैप करें। इस प्रक्रिया का उद्देश्य आगामी पुनरीक्षण में पारदर्शिता और सुगमता बनाए रखना है ताकि मतदाताओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो।
राजनीतिक दलों से पुनः संवाद का निर्देश
सीईओ ने जिलाधिकारियों को बूथ लेवल एजेंट्स (BLA) की 100% नियुक्ति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इसके लिए राजनीतिक दलों से पुनः बैठक की जाए ताकि प्रत्येक मतदान केंद्र पर बीएलए की उपस्थिति तय हो सके।
“बुक अ कॉल विद बीएलओ” फीचर का प्रचार-प्रसार
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने भारत निर्वाचन आयोग द्वारा ईसीआई-नेट ऐप पर शुरू की गई नई सुविधा “बुक अ कॉल विद बीएलओ” को मतदाताओं के लिए बेहद उपयोगी बताया। इस फीचर के माध्यम से मतदाता सीधे अपने क्षेत्र के बीएलओ से कॉल बुक कर सकते हैं और आवश्यक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। उन्होंने जिलाधिकारियों को निर्देश दिए कि इस सुविधा का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए ताकि अधिकाधिक मतदाता इसका लाभ उठा सकें।
वर्चुअल बैठक में वरिष्ठ अधिकारी रहे शामिल
बैठक में संयुक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रकाश चंद्रा, डिप्टी डीईओ देहरादून अभिनव शाह, डिप्टी डीईओ हरिद्वार फिंचाराम, उप मुख्य निर्वाचन अधिकारी किशन सिंह नेगी, सहायक मुख्य निर्वाचन अधिकारी मस्तू दास और राज्य स्वीप नोडल विनय कुमार सहित चारों जिलों के जिलाधिकारी वर्चुअल रूप से मौजूद रहे।

