देहरादून में स्थानीय उत्पादों का औपचारिक शुभारंभ
देहरादून 26 दिसंबर। पारंपरिक कृषि, मूल्य संवर्धन और महिला नेतृत्व वाले ग्रामीण उद्यमों को मजबूती देने की दिशा में देहरादून में एक अहम पहल सामने आई है। विकास भवन परिसर स्थित हिलांस बेकरी एवं आउटलेट में पारंपरिक दून बासमती चावल और पोषक आटा उत्पादों का औपचारिक शुभारंभ मुख्य विकास अधिकारी अभिनव शाह ने किया।
दून बासमती से मंडुवा तक, स्थानीय पहचान को बढ़ावा
इस अवसर पर दून बासमती चावल, गेहूं आटा, मक्का आटा, मल्टीग्रेन आटा और मंडुवा (फिंगर मिलेट) आटा को लॉन्च किया गया। ये सभी उत्पाद सक्षम क्लस्टर लेवल फेडरेशन, स्वाभिमान महिला क्लस्टर लेवल फेडरेशन और उड़ान क्लस्टर लेवल फेडरेशन द्वारा उत्पादित और प्रसंस्कृत किए गए हैं।
यह पूरी पहल ग्रामीण उद्यम वेग वृद्धि परियोजना (रीप) के अंतर्गत उत्तराखंड ग्राम्य विकास समिति द्वारा ग्राम्य विकास विभाग, उत्तराखंड सरकार के सहयोग से संचालित की जा रही है।
सीडीओ अभिनव शाह का फोकस: बाजार से सीधा जुड़ाव
मुख्य विकास अधिकारी अभिनव शाह ने कहा कि स्थानीय उत्पाद और सामुदायिक संस्थाएं ग्रामीण विकास की असली ताकत हैं। ऐसी पहलों से किसान और स्वयं सहायता समूह सीधे बाजार से जुड़ते हैं, जिससे उत्तराखंड में सतत आजीविका और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को नई दिशा मिलती है।
रीप परियोजना से प्रसंस्करण को मिली गति
रीप परियोजना के तहत क्लस्टर लेवल फेडरेशनों को प्रसंस्करण इकाइयों की स्थापना के लिए वित्तीय और तकनीकी सहयोग दिया गया है। उड़ान सीएफएफ द्वारा स्थापित आटा प्रसंस्करण इकाई के जरिए स्थानीय किसानों से सीधे गेहूं, मंडुवा और मक्का की खरीद हो रही है।
सक्षम सीएलएफ पारंपरिक दून बासमती चावल के उत्पादन, प्रसंस्करण और विपणन को आगे बढ़ा रही है, जबकि स्वाभिमान महिला सीएलएफ मिलेट आधारित उत्पादों के जरिए पोषण सुरक्षा और पारंपरिक खाद्य प्रणाली को पुनर्जीवित कर रही है।
2500 से अधिक महिलाएं लाभान्वित
इन ग्रामीण उद्यमों के माध्यम से कच्चे माल की आपूर्ति, प्रसंस्करण, पैकेजिंग और विपणन गतिविधियों में 2500 से अधिक महिलाएं प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से जुड़ी हुई हैं। सभी उत्पाद हिलांस ब्रांड के तहत बाजार में उपलब्ध कराए जा रहे हैं, जिससे उपभोक्ताओं को शुद्ध और उच्च गुणवत्ता वाले स्थानीय हिमालयी उत्पाद मिल रहे हैं।
स्थानीय समुदायों को सशक्त करने की दिशा में कदम
जिला परियोजना प्रबंधक कैलाश चन्द्र भट्ट ने कहा कि यह पहल स्थानीय समुदायों को सशक्त बनाने, उत्पादक संस्थाओं को मजबूत करने और पारंपरिक व मूल्यवर्धित उत्पादों को बाजार तक पहुंचाने की दिशा में एक ठोस कदम है।
कार्यक्रम में रहे ये अधिकारी उपस्थित
कार्यक्रम में जिला विकास अधिकारी सुनील कुमार, जिला मिशन प्रबंधक/सहायक परियोजना निदेशक सोनम गुप्ता सिंघल, रीप स्टाफ और क्लस्टर लेवल फेडरेशनों के बोर्ड सदस्य उपस्थित रहे।

