अल्मोड़ा के अस्पतालों से 26 डॉक्टर हो गए नदारद, मरीजों की बढ़ीं मुश्किलें
लंबे समय से गायब चल रहे डॉक्टरों पर अब कार्रवाई होगी। स्वाथ्य विभाग की ओर से ऐसे डॉक्टरों की रिपोर्ट स्वास्थ्य महानिदेशक को भेज दी गई है। स्वास्थ्य महानिदेशक तय करेंगी कि डॉक्टरों के खिलाफ क्या कार्रवाई की जानी है।जिले में डॉक्टरों के कुल 290 पद स्वीकृत हैं। इनमें से 125 डॉक्टरों की तैनाती हुई है। जिले में कई डॉक्टर ऐसे हैं जिनको तैनाती तो मिली, लेकिन वह अस्पतालों में ड्यूटी देने नहीं पहुंचे। कुछ ऐसे भी डॉक्टर है जिन्होंने कुछ समय सेवा दी, लेकिन बाद में बिना बताए गायब हो गए।
अस्पतालों की दिक्कतें बढ़ने लगी तो स्वास्थ्य विभाग ने चिह्निकरण का कार्य शुरू किया। जांच में 26 डॉक्टर अपनी सेवा से गैरहाजिर पाए गए। स्वास्थ्य विभाग की ओर से इन डॉक्टरों की रिपोर्ट स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ विनीता शाह को भेजी गई है।रिपोर्ट में बताया गया है कि 26 में 11 डॉक्टर स्थाई हैं, जबकि 15 बॉन्ड के तहत तैनात थे, जिनका अनुबंध 31 मार्च को खत्म हो गया है। ये डॉक्टर पहले ही अस्पतालों से बाहर हो गए हैं। स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट पर स्वास्थ्य महानिदेशक तय करेंगी कि इन डॉक्टरों के खिलाफ क्या कार्रवाई की जानी है। मालूम हो कि जिले में डॉक्टरों की कमी से स्वास्थ्य व्यवस्था पटरी पर नहीं आ पा रही है।
अस्पतालों में डॉक्टरों के गायब होने से मरीजों के साथ स्वास्थ्य विभाग को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था। गायब चल रहे इन डॉक्टरों के कारण न तो मरीजों को सेवा मिल रही थी और न ही नई भर्तियां हो पा रही थी। अब इन डॉक्टरों पर कार्रवाई होगी तो नए डॉक्टरों की तैनाती का रास्ता साफ होगा और मरीजों को भी राहत मिलेगी।लंबे समय से अनुपस्थित चल रहे डॉक्टरों को चिह्नित कर रिपोर्ट स्वास्थ्य महानिदेशक को भेजी गई है। 26 डॉक्टरों का चिह्निकरण किया गया है। आगे की कार्रवाई स्वास्थ्य महानिदेशक स्तर से की जाएगी।