नागौर के खरनाल में विश्वविख्यात वीर तेजाजी महाराज के निर्वाण दिवस पर हर वर्ष बड़े मेले का आयोजन किया जाता है। कल तेजा दशमी थी और उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ पत्नी सहित दर्शनों के लिए यहां आए थे। मेले के बाद एक विशाल धर्मसभा का आयोजन होता, जिसमें पहले यहां तांगा दौड़ का आयोजन किया जाता था लेकिन पशु क्रूरता अधिनियम के तहत इसे बंद कर अब साइकल दौड़ आयोजित करवाई जाती है।
जानकारी के अनुसार दोपहर के बाद आयोजित होने वाली धर्मसभा में साधु-संत और समाज के बड़े-बड़े राजनेता पहुंचकर समाज में फैली कुरीतियों और प्रतिभा सम्मान जैसे कई अन्य कार्यक्रमों में भाग लेते हैं लेकिन पिछले 7-8 सालों में यहां धर्मसभा के नाम पर राजनीतिक सभा आयोजित होती जा रही है। कल भी जैसे ही धर्मसभा शुरू हुई तो लोगों ने हनुमान बेनीवाल को पहले सुनने के लिए बोला लेकिन खींवसर विधानसभा क्षेत्र से भाजपा के रेवंतराम डांगा ने लोगों के विरोध के बावजूद बोलना शुरू किया। कुछ देर बाद जैसे ही आरएलपी पार्टी के चीफ हनुमान बेनीवाल अपने समर्थकों के साथ वहां पहुंचे और उन्होंने बोलना शुरू किया तो वहां मंच पर खड़े कुछ लोगों ने उनके हाथ से माइक छीन लिया गया और विरोध करना शुरू कर दिया। इसी बीच पुलिस के कमांडो भी मंच के ऊपर पहुंच गए। जैसे-तैसे चार-पांच मिनट का भाषण देने के बाद खुद हनुमान बेनीवाल वहां से निकल गए।
उनके जाने के बाद दोनों ही पार्टियों के समर्थकों ने एक-दूसरे पर पत्थरबाजी करना शुरू कर दिया, जिसके चलते पुलिस ने हल्का लाठीचार्ज कर उन्हें वहां से खदेड़ दिया। पत्थरबाजी के दौरान कुछ लोगों को चोटें भी आईं। बेनीवाल का कहना है कि यदि वे समय पर वहां पर नहीं पहुंचते तो भगदड़ के कारण वहां बड़ा हादसा हो सकता था।