नंदीग्राम, पश्चिम बंगाल: पश्चिम बंगाल के नंदीग्राम के कमलपुर गाँव में 14 मार्च को हिंदू देवी-देवताओं की मूर्तियाँ तोड़ने की घटना सामने आई है। इस कृत्य ने पूरे क्षेत्र में आक्रोश और सनसनी फैला दी है।
बीजेपी के आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने इस घटना का एक वीडियो साझा किया, जिसमें खंडित मूर्तियाँ साफ देखी जा सकती हैं। बताया जा रहा है कि यह हमला उस वक्त हुआ जब मंदिर में पूजा चल रही थी, जिससे स्थानीय हिंदू समुदाय में भय और गुस्सा है।
पुलिस पर निष्क्रियता का आरोप
बीजेपी ने इस मामले में पुलिस की निष्क्रियता पर सवाल उठाते हुए कहा है कि अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। बीजेपी प्रवक्ताओं का आरोप है कि राज्य सरकार इस तरह की घटनाओं पर आँखें मूँदकर बैठी है और अपराधियों को बचाने की कोशिश की जा रही है।
राजनीतिक संग्राम तेज
यह घटना राजनीतिक रूप ले चुकी है। बीजेपी और हिंदू संगठनों ने इस हमले को राज्य में बढ़ती असहिष्णुता का प्रमाण बताते हुए विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है। सोशल मीडिया पर भी इस घटना को लेकर गुस्सा उबाल मार रहा है।
क्या बंगाल में हिंदू आस्था पर हमले अब आम हो चुके हैं? क्या अपराधियों को राजनीतिक संरक्षण दिया जा रहा है? इस जघन्य कृत्य के पीछे कौन है? सवाल बहुत हैं, लेकिन जवाब कब मिलेगा?