देश के खिलाफ रची थी क्या कोई खौफनाक साजिश? ISIS प्रमुख हारिस फारूखी को एनआईए लेकर पहुंची देहरादून
असम से पिछले दिनों पकड़े गए भारत में आईएसआईएस के प्रमुख हारिस फारूकी को लेकर एनआईए की टीम सोमवार को देहरादून पहुंची। उसका परिवार देहरादून के सिंघल मंडी में रहता है। फारूकी को लेकर एनआईए के देहरादून पहुंचते ही उत्तराखंड की इंटेलिजेंस एजेंसियां भी अलर्ट हो गईं।
सोमवार को इंटेलिजेंस एजेंसियां अभिसूचना मुख्यालय को इस बाबत रिपोर्ट भेजती रहीं। पुलिस के अनुसार, हारिस फारूकी अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में पढ़ाई के दौरान आतंकी संगठन आईएसआईएस से प्रभावित होकर उससे जुड़ गया था।
वह अलीगढ़ में दाखिले के कुछ समय बाद ही आतंकी संगठन के संपर्क में आ गया था। बीते साल पश्चिम बंगाल में इस गैंग के दो आरोपी वाहन चोरी में पकड़े गए। उनके मोबाइल जांचने के बाद पुणे आधारित आतंकी मॉड्यूल का पता चला।
यह भी पता लगा कि वे हारिस फारूकी उर्फ हारिस अजमल के संपर्क में हैं। इसके बाद एनआईए, दिल्ली क्राइम ब्रांच और यूपी एटीएफ सक्रिय हुई। विभिन्न ठिकानों पर दबिश के बावजूद हारिस हाथ नहीं लगा। उस दौरान एनआईए ने उत्तराखंड इंटेलिजेंस और एसटीएफ से हारिस का इनपुट साझा किया।
तब एनआईए की टीम देहरादून भी आई थी। पूर्व में हारिस के पिता अजमल फारूकी को एसटीएफ कार्यालय बुलाकर एनआईए की मौजूदगी में पूछताछ की गई थी। लेकिन, हारिस के संपर्क का पता नहीं चला। उसके पिता अजमल फालतू लाइन स्थित नगर निगम कॉप्लेक्स में यूनानी दवाखाना चला रहे हैं।
स्थानीय पुलिस से नहीं किया संपर्क
सूत्रों के मुताबिक, हारिस की गिरफ्तारी के बाद से उसके दून में लोकल संपर्क खंगाले जा रहे थे। सोमवार को एनआईए असम से हारिस को लेकर देहरादून पहुंची। हालांकि की एनआईए की टीम ने इस संबंध में स्थानीय पुलिस से कोई संपर्क नहीं साधा।
टीम ने आरोपी के पारिवारिजनों और करीबियों से दून में पूछताछ की। देर रात तक टीम देहरादून में ही मौजूद रही। हालांकि स्थानीय अधिकारियों की ओर से इसकी कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई।