हरिद्वार: उत्तराखंड की शांत और पवित्र धरा पर आस्था के नाम पर खेला जा रहा था धोखे का घिनौना खेल। श्रद्धालुओं को ठगने और धर्म की आड़ में अपराध करने वाले नकली साधुओं का जाल इस कदर फैल चुका था कि लोगों की आस्था तक हिलने लगी थी। लेकिन अब सरकार ने ऐसा दांव चला है, जिसने इन फर्जी बाबाओं की नींद उड़ा दी है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर शुरू किए गए ‘ऑपरेशन कालनेमि’ ने 20 दिनों में ही बड़ा धमाका कर दिया। हरिद्वार की गलियों से लेकर घाटों तक छिपे बैठे 187 से अधिक नकली साधु सलाखों के पीछे पहुंच गए। पुलिस ने 1,800 से ज्यादा संदिग्धों की जांच की, जिनमें कई बाहरी राज्यों के ठग और विदेशी नागरिक भी पकड़े गए।
रामायण के राक्षस से जुड़ा है नाम
इस ऑपरेशन का नाम ‘कालनेमि’ रखा गया है, जो रामायण के उस राक्षस की याद दिलाता है जिसने साधु का वेश धारण कर हनुमान जी को भटकाने की कोशिश की थी। मुख्यमंत्री धामी ने कहा, “आज भी समाज में कई कालनेमि छिपे बैठे हैं, जो धर्म की आड़ में अपराध कर रहे हैं। हमारी सरकार इनका खात्मा करके देवभूमि की पवित्रता बहाल करेगी।”
तकनीक से बच नहीं पाए फर्जी बाबे
पुलिस ने हाई-टेक तरीका अपनाया – हरिद्वार में लगाए गए 350 से ज्यादा फेशियल रिकग्निशन कैमरे और आधार कार्ड वेरिफिकेशन ने इन ठगों का भेद खोल दिया। जिन पर शक हुआ, उनकी तुरंत जांच हुई और गिरफ्तारी भी। इन ढोंगियों पर धोखाधड़ी, धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने और अवैध गतिविधियों के गंभीर मामले दर्ज किए गए।
धार्मिक संगठनों का समर्थन – “ढोंगियों का सफाया जरूरी”
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रवींद्र पुरी ने साफ कहा, “नकली साधु संतों की गरिमा को कलंकित करते हैं, ऐसे लोगों को कड़ी सजा मिलनी चाहिए।” वहीं जूना अखाड़ा और अखंड परशुराम अखाड़ा ने भी इस कदम की जोरदार सराहना की।
कांवड़ यात्रा में खास निगरानी – ठगों की होगी खैर नहीं
हरिद्वार, ऋषिकेश और अन्य पवित्र स्थलों पर चल रही कांवड़ यात्रा के दौरान पुलिस ने विशेष निगरानी बढ़ा दी है। क्योंकि इसी समय ये नकली साधु ज्यादा सक्रिय रहते हैं और श्रद्धालुओं को अपने जाल में फंसाने की कोशिश करते हैं। पुलिस ने जनता से भी अपील की है कि किसी भी संदिग्ध साधु की सूचना तुरंत दें।
बीजेपी का सख्त संदेश – “देवभूमि में अशांति नहीं बर्दाश्त”
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने चेतावनी दी, “जो लोग समाज में अशांति फैलाने और आस्था के नाम पर ठगी करने की कोशिश करेंगे, उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई होगी। हमारी सरकार देवभूमि की पवित्रता की हर कीमत पर रक्षा करेगी।”
अब पूरे उत्तराखंड में चलेगा ‘ऑपरेशन कालनेमि’
हरिद्वार में शुरू हुआ यह अभियान अब पूरे राज्य में फैलाया जाएगा। देहरादून, ऋषिकेश, केदारनाथ और बद्रीनाथ जैसे धार्मिक स्थलों पर भी विशेष निगरानी रखी जाएगी।
👉 देवभूमि में अब फर्जी साधुओं के दिन लद गए!
यह अभियान न केवल ठगों पर कहर बनकर टूटा है, बल्कि आस्था के दुश्मनों को कड़ा संदेश भी दे रहा है। उत्तराखंड अब इन नकली बाबाओं का गढ़ नहीं, बल्कि आस्था की असली राजधानी बनने की ओर बढ़ रहा है|