बिहार में मतदाता सूची को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है। चुनाव आयोग (Election Commission of India – ECI) द्वारा किए गए हालिया सत्यापन अभियान में पता चला है कि राज्य में 41 लाख से अधिक मतदाताओं के नाम मतदाता सूची में नहीं हैं या गलत तरीके से दर्ज हैं। इनमें से 11,000 से अधिक मतदाता पूरी तरह से ‘अनट्रेसेबल’ (अतलनीय) घोषित किए गए हैं।
यह खुलासा भारत निर्वाचन आयोग द्वारा राज्य में चलाए गए विशेष पुनरीक्षण और डोर-टू-डोर वेरिफिकेशन ड्राइव के तहत हुआ है।
✔️ क्या है मामला?
ECI ने बिहार में मतदाता सूची के सत्यापन के लिए एक वृहद विशेष अभियान चलाया, जिसमें पाया गया कि:
- कुल 41 लाख से अधिक नाम या तो दोहराए गए, निष्क्रिय पाए गए, या सूची से हटाए जा चुके हैं।
- इन मतदाताओं में से 11,000 से अधिक लोग भौतिक सत्यापन के दौरान उपलब्ध नहीं हो सके, न ही इनका कोई पता या वैध दस्तावेज़ मिल पाया, जिससे इन्हें अनट्रेसेबल घोषित किया गया।
इस ड्राइव में मुख्य रूप से Form-7 के माध्यम से मृत, स्थानांतरित या डुप्लीकेट मतदाताओं के नाम हटाए गए।
📌 ECI की प्रक्रिया
यह कार्य चुनाव आयोग की नियमित गतिविधि के अंतर्गत हुआ, जिसे “सतत अद्यतन प्रक्रिया (Continuous Updation Process)” कहा जाता है। इसमें बूथ लेवल ऑफिसर्स (BLOs) द्वारा घर-घर जाकर मतदाताओं की स्थिति की जांच की गई।
ECI के अनुसार, यह कदम मतदाता सूची को साफ-सुथरा और अद्यतन बनाए रखने के लिए उठाया गया है, जिससे चुनाव प्रक्रिया अधिक पारदर्शी और निष्पक्ष हो सके।
🔍 मतदाता सूची से नाम क्यों हटते हैं?
मतदाता सूची से नाम हटाए जाने के मुख्य कारण निम्नलिखित हैं:
- व्यक्ति की मृत्यु
- एक स्थान से दूसरे स्थान पर स्थायी रूप से स्थानांतरण
- एक ही व्यक्ति का नाम एक से अधिक जगहों पर दर्ज होना (डुप्लीकेट)
- फर्जी नाम या त्रुटिपूर्ण प्रविष्टियाँ
ECI द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के तहत, अगर कोई मतदाता 6 वर्ष से अधिक समय से निष्क्रिय है या सत्यापन के दौरान मौजूद नहीं है, तो उसका नाम सूची से हटाया जा सकता है।
📌 ECI ने क्या कहा?
ECI ने अब राज्य में “शुद्ध मतदाता सूची अभियान” (Purification of Electoral Rolls) को और तेज करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही लोगों से यह भी आग्रह किया गया है कि वे www.nvsp.in या वोटर हेल्पलाइन ऐप के माध्यम से अपने नाम की स्थिति जांचें।
बिहार में वर्ष 2025 में विधानसभा चुनाव प्रस्तावित हैं। ऐसे में मतदाता सूची का यह अद्यतन कार्य चुनाव तैयारियों का महत्वपूर्ण हिस्सा है। ECI का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि चुनाव में सही और सक्रिय मतदाता ही भाग लें, और फर्जी या निष्क्रिय नामों के आधार पर कोई गड़बड़ी न हो।