उत्तरकाशी, 31 अक्टूबर 2025 | ब्यूरो रिपोर्ट
देवभूमि उत्तराखंड अपनी स्थापना के 25 वर्ष पूरे करने जा रहा है। इस ऐतिहासिक अवसर को यादगार बनाने के लिए उत्तरकाशी जिले में 3 नवंबर से 9 नवंबर तक रजत जयंती समारोह बड़े पैमाने पर आयोजित किए जाएंगे। जिलाधिकारी प्रशांत आर्य ने सभी विभागों को निर्देश दिए हैं कि कार्यक्रमों की तैयारियां पूरी मुस्तैदी से की जाएं ताकि राज्य स्थापना की यह जयंती एक भव्य और जनसहभागिता से भरा पर्व बन सके।
3 नवंबर: शुभारंभ सांस्कृतिक रंगों के साथ
रजत जयंती सप्ताह की शुरुआत मांगल गीतों से होगी। उत्तराखंड की सांस्कृतिक और भौगोलिक विरासत को दर्शाते चलचित्र प्रदर्शित किए जाएंगे। साथ ही फूड फेस्टिवल, पुस्तक मेला, पोषण मेला और विभागीय स्टॉल भी आकर्षण का केंद्र रहेंगे।
इस दिन वॉलीबॉल प्रतियोगिता और निक्षय मित्र योजना के अंतर्गत विशेष स्टॉल भी लगाए जाएंगे।
4 नवंबर: संस्कृति और समाज की साझी पहचान
इस दिन देवभूमि की संस्कृति पर केंद्रित सांस्कृतिक प्रस्तुतियां, पशुपालन, मत्स्य एवं डेयरी विभाग की गोष्ठियां, और आयुष विभाग द्वारा योग प्रदर्शन किया जाएगा।
बाल विकास विभाग भ्रूण हत्या और बाल विवाह पर नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत करेगा, जबकि सेवायोजन विभाग रोजगार मेले का आयोजन करेगा। साथ ही स्वयं सहायता समूहों के लिए बैंक लिंकेज कैंप और साहसिक खेल प्रतियोगिताएं आयोजित होंगी।
5 नवंबर: सुरक्षा, शिक्षा और जनजागरूकता का संगम
इस दिन ट्रैफिक एवं रोड सेफ्टी कार्यशाला, नशा मुक्ति अभियान, साइबर अपराध, और महिला उत्पीड़न जैसे विषयों पर पुलिस विभाग विशेष गोष्ठियां आयोजित करेगा।
इसके अलावा पत्रकार परिचर्चा, सांस्कृतिक कार्यक्रम, और ग्राम अलेथ में नवनिर्मित अमृत सरोवर का उद्घाटन भी होगा। शाम को भजन संध्या और गंगा आरती से वातावरण भक्तिमय बनेगा।
6 नवंबर: युवा, शिक्षा और उद्यमिता का दिन
इस दिन करियर काउंसिलिंग, भाषण, वाद-विवाद, निबंध और पेंटिंग प्रतियोगिताएं, और RBI ग्राम्य विकास द्वारा बिजनेस रजिस्ट्रेशन कैंप आयोजित किए जाएंगे।
समाज कल्याण और श्रम विभागों की योजनाओं पर भी विस्तृत गोष्ठियां होंगी। स्वीप कार्यक्रम के जरिए मतदाता जागरूकता का संदेश दिया जाएगा।
7 नवंबर: स्वास्थ्य और साहित्य का संगम
इस दिन स्वास्थ्य विभाग द्वारा देहरादून व अन्य जिलों से आए विशेषज्ञों के साथ नि:शुल्क परामर्श शिविर लगाया जाएगा।
इसके साथ उद्योग विभाग व उरेडा की परिचर्चा और साहित्यकारों के सम्मान समारोह का आयोजन होगा।
8 नवंबर: ग्राम्य विकास और जलवायु चेतना
पंचायतीराज विभाग, ग्राम्य विकास, लीड बैंक और आरसेटी की गोष्ठियां होंगी।
इसके अलावा लखपति दीदी सम्मान, आकांक्षी विकासखंड सम्मान, और डिजास्टर एवं क्लाइमेट चेंज पर कार्यशाला का आयोजन होगा।
9 नवंबर: भव्य समापन समारोह
राज्य स्थापना दिवस पर अंतिम दिन मांगल गीतों से शुभारंभ होगा।
कार्यक्रम में राज्य आंदोलनकारियों का सम्मान, गंगा–यमुना छात्रवृत्ति योजना का शुभारंभ, “योजना दीदी” पुस्तक का विमोचन, और धराली आपदा में योगदान देने वाले एनजीओ एवं कर्मियों का सम्मान किया जाएगा।
इसके अलावा उत्कृष्ट विद्यार्थियों और विभागीय योजनाओं में बेहतर प्रदर्शन करने वाले अधिकारियों और नागरिकों को भी सम्मानित किया जाएगा।
जिलाधिकारी प्रशांत आर्य ने कहा कि रजत जयंती केवल उत्सव नहीं, बल्कि राज्य निर्माण के संघर्ष, उपलब्धियों और जनभागीदारी का प्रतीक है। उत्तरकाशी में यह उत्सव जन-जन की भागीदारी और देवभूमि की पहचान को और सशक्त करेगा।
