उप चुनाव में ऐश्वर्य और कुलदीप की भी असली परीक्षा, युवा चेहरों ने पार्टी निर्णय को स्वीकारा
केदारनाथ विधानसभा उपचुनाव कई मयानों में महत्वपूर्ण माना जा रहा है। खासकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने केदारनाथ उप चुनाव में जिस तरह से बगावत को बड़ी सूझबूझ से संभाला है, उसका पार्टी संगठन से लेकर विपक्ष के बीच भी बड़ा संदेश गया है।
ऐसे में अब उप चुनाव के लिए प्रबल दावेदारी कर रहे दो चेहरे कुलदीप रावत और ऐश्वर्या रावत की भूमिका न केवल पार्टी, बल्कि उनके भविष्य को लेकर भी अहम मानी जा रही है। चुनाव परिणाम से भाजपा से ज्यादा दोनों नेताओं की अस्मिता जुड़ी है। उपचुनाव में जहां भाजपा और कांग्रेस जान फूंके है, वहीं पार्टी प्रत्याशियों के अलावा कुछ उभरते नेताओं की साख से भी जुड़ा है।
केदारनाथ विधानसभा की भाजपा विधायक रही दिवंगत नेता शैलारानी रावत की बेटी ऐश्वर्या ने इस चुनाव में दावेदारी की थी। इसी तरह दो चुनाव निर्दलीय लड़ने और अच्छे मत हासिल करने वाले कुलदीप रावत ने उप चुनाव से पहले भाजपा का दामन थाम लिया था। कुलदीप भी उपचुनाव में प्रबल दावेदारी ठोक रहे थे।
कुलदीप रावत की जिम्मेदारी बढ़ गई