नौकरी का झांसा देकर बेरोजगार लड़कियों को बना रहे शिकार, हल्द्वानी में सेक्स रैकेट का भंडाफोड़; दो महिलाएं समेत 4 गिरफ्तार
लड़कियों को पश्चिम बंगाल से लाकर सेक्स रैकेट कराने के आरोप में पुलिस ने दो महिलाओं समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया है। हल्द्वानी में सेक्स रैकेट का भंडाफोड़ हुआ है। छापामारी के दौरान पुलिस ने एक लड़की को भी रेस्क्यू भी किया है, जिसे नौकरी का झांसा देकर हल्द्वानी लाया गया था।
वहीं युवतियों को पश्चिम बंगाल से लाकर देह व्यापार में झोंकने वाली दो महिला आरोपियों को दूसरी बार पकड़ा गया है।जिस मकान में देह व्यापार का धंधा संचालित हो रहा था उसके मालिक पर चालानी कार्रवाई की है। कोतवाली थानाक्षेत्र के हीरानगर इलाके में स्थित कलावती कॉलोनी में कोतवाली पुलिस ने मंगलवार की दोपहर छापामारी कर देह व्यापार का भंडाफोड़ किया।
पुलिस के मुताबिक कई दिनों से कॉलोनी के लोग लगातार शिकायत कर रहे थे। मामले की जांच कराई गई तो सूचना सही मिली। मंगलवार की दोपहर करीब 12 बजे टीम कॉलोनी पहुंची और वहां स्थित एक मकान में छापामारी की गई। यहां टीम ने दो युवक और दो युवतियों को आपत्तिजनक स्थिति में पकड़ा।
मौके से पुलिस ने 24 परगना बसंती सोनागाछी पश्चिम बंगाल निवासी तान्या शेख उर्फ प्रियंका मंडल, आसाम के इसाबेल निवासी शरीफा बेगम, पश्चिम बंगाल निवासी सकलेन शेख और काठगोदाम नई बस्ती निवासी फैजल खान को गिरफ्तार किया। पुलिस के मुताबिक महिला आरोपी तान्या शेख और शरीफा बेगम दोनों देह व्यापार का धंधा मिलकर संचालित करतीं हैं।
बेरोजगार लड़कियों को बनाते थे शिकार
जिस सेक्स रैकेट संचालित करने वाले गिरोह के सदस्यों को पुलिस ने पकड़ा है। वह पहले भी ऐसे ही मामले में जेल जा चुके हैं। पश्चिम बंगाल से युवतियों नौकरी का झांसा देकर उत्तराखंड लाना और उसके बाद देह व्यापार के दलदल में झोंक देना इनका पुराना पेशा है। गिरोह पूरे सुनियोजित तरीके से संचालित होता था।
पुलिस के मुताबिक गिरोह की मुखिया 24 परगना पश्चिम बंगाल निवासी तान्या शेख उर्फ प्रियंका मंडल है। उसका काम पूरे गिरोह के सदस्यों को भर्ती करना और मुख्य रूप से धंधे का संचालन करना है। वहीं दूसरी महिला असम निवासी शरीफा बेगम का काम दूसरे राज्यों से लाई जाने वाली युवतियों पर निगरानी रखते हुए उन्हें कैद में रखना और देह व्यापार कराना है।
रोजगार के तीर से जिस्म का शिकार
पुलिस की पूछताछ में सामने आया कि आरोपी सकलेन पश्चिम बंगाल से अधिकतर बेरोजगार युवतियों को लेकर आता था। वहां ऐसी युवतियां जो पढ़ी-लिखी हैं। उनसे बातचीत कर दोस्ती बढ़ाना और उसके बाद उत्तराखंड में अच्छी जान-पहचान का भरोसा दिलाकर नौकरी का झांसा देकर उन्हें ले आता।
हालांकि उसे गैंग में शामिल हुए अभी कुछ ही समय हुआ था। जिस युवती को पुलिस ने मंगलवार को रेस्क्यू किया उसे भी सकलेन ही पश्चिम बंगाल से हल्द्वानी लाया था। दरअसल, रोजगार और परिवार के पालन के लिए युवतियां भी दूसरे राज्यों व शहरों में नौकरी के लिए तैयार हो जाती हैं, लेकिन उन्हें शायद नहीं पता होता कि नौकरी के तीर से उनके जिस्म का ही शिकार हो रहा है।
मकान मालिक के खिलाफ भी चालान की कार्रवाई
पुलिस की पूछताछ में आरोपी तान्या ने बताया कि हल्द्वानी में उसने ₹12,000 रुपये प्रति माह किराये पर मकान लिया था। गिरफ्तार हुए तीन आरोपी इसी मकान में रहते थे और यहीं देह व्यापार का धंधा चलाते थे। पुलिस ने जब छानबीन की तो मकान मालिक को बुलाया गया। इसके बाद किरायेदारों का सत्यापन न मिलने पर पुलिस ने मकान मालिक के खिलाफ भी चालानी कार्रवाई की है।
अलग-अलग थानों में दर्ज हैं मामले
बता दें कि पुलिस ने पिछले साल मई में भी तान्या के गुर्गों को भोटियापड़ाव के संजय नगर से गिरफ्तार किया था। तान्या यहां भी एक मकान में देह व्यापार चला रही थी। जब पुलिस ने छापामारी की तो आरोपी तान्या छत से कूदकर फरार हो गई थी। उस समय भी पुलिस ने उसके गुर्गों के चंगुल से पश्चिम बंगाल की एक नाबालिग को आजाद कराया था।
इस लड़की को नशे के इंजेक्शन देकर देह व्यापार कराया जा रहा था। पुलिस के मुताबिक तान्या शेख, शरीफा बेगम और फैजल खान के खिलाफ मुखानी थाने में वर्ष 2022 में और तान्या के खिलाफ काठगोदाम थाने में वर्ष 2023 में भी अनैतिक व्यापार निवारण अधिनियम के तहत रिपोर्ट दर्ज की गई थी। सकलेन के आलावा तीनों आरोपी पहले भी जेल जा चुके हैं।
सात घंटे तक चली कार्रवाई
मंगलवार की दोपहर करीब 12 बजे कोतवाली पुलिस की टीम मौके पर पहुंची। कुछ देर तक निगरानी करने के बाद टीम ने छापामारी की। घर में पुलिस को दो युवक और युवतियां आपत्तिजनक स्थिति में मिले। वहीं मकान से पुलिस को कुछ आपत्तिजनक वस्तुएं भी बरामद हुईं।
पूरी कार्रवाई और छानबीन के बाद रेस्क्यू की गई युवती को लेकर पुलिस टीम शाम करीब 7 बजे वापस कोतवाली पहुंची। कोतवाल ने बताया मुताबिक रेस्क्यू कर लाई गई युवती को बुधवार के दिन कोर्ट में पेश किया जाएगा। इसके बाद उसकी इच्छानुसार उसे भेज दिया जाएगा।