कांग्रेस पर अगले 15 दिन भारी पड़ सकते हैं। उसके कई प्रमुख नेता भाजपा के राडार पर हैं। भाजपा की नजर विधायक, पूर्व विधायक और प्रभावशाली नेताओं पर है। लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लगने से पहले इन नेताओं को कभी भी पार्टी में शामिल किया जा सकता है। चुनाव में वोट प्रतिशत बढ़ाने के लिए इनका इस्तेमाल किया जाएगा।
लोकसभा चुनाव की आचार संहिता मार्च के दूसरे सप्ताह में लगने की संभावना है। उससे पहले प्रभावी नेताओं को पार्टी में शामिल करने की योजना है। इन नेताओं को जोड़कर बड़े अंतर से जीत सुनिश्चित करने का लक्ष्य बनाया गया है। इसके चलते भाजपा ने दूसरे दलों के नेताओं को पार्टी में शामिल करने का अभियान शुरू किया है। इस अभियान के तहत अभी तक कांग्रेस और अन्य दलों के कुछ नेता शामिल हो चुके हैं, जबकि कई बड़े नेताओं से अभी अंदरूनी तौर पर बातचीत चल रही है।
भाजपा की योजना जमीन पर उतर सकी तो इस बार कांग्रेस को बड़ा झटका लगने जा रहा है। सूत्रों ने बताया कि कुछ विधायक, पूर्व विधायक और अलग-अलग क्षेत्रों के प्रभावशाली नेताओं की प्रदेश नेतृत्व से बातचीत चल रही है। जल्द ही इन्हें शामिल करने के लिए एक बड़ा आयोजन हो सकता है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने कहा है कि कांग्रेस और अन्य दलों के साफ छवि के नेताओं से बात हो रही है।
भाजपा सूत्रों ने बताया कि पार्टी कांग्रेस के ऐसे नेताओं पर फोकस कर रही है जो अपने-अपने क्षेत्र में मजबूत हैं और भाजपा के पास उनका फिलहाल कोई विकल्प नहीं है। इसके साथ ही कांग्रेस व अन्य दलों के साफ छवि के चेहरों पर भी पार्टी की नजर है। दरअसल, इस ज्वाइनिंग अभियान के तहत भाजपा लोकसभा चुनावों से पूर्व कांग्रेस व विपक्षी दलों पर मनौवैज्ञानिक बढ़त चाहती है ताकि कांग्रेसी कार्यकर्ताओं का मनोबल कमजोर हो।