हवाई सेवा से जुड़ेगा उत्तराखंड का हर जिला, धामी सरकार के बजट में इन विभागों पर फोकस
‘सबका साथ-सबका विकास’ के लक्ष्य के साथ धामी सरकार ने मंगलवार को विधानसभा में वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए 89230 करोड़ रुपये का बजट पेश किया। बजट में शिक्षा, स्वास्थ्य, इंफ्रास्ट्रक्चर, महिला सशक्तिकरण और गांव-गरीब-किसान पर सरकार ने विशेष फोकस रखा है।
पिछले साल के 77 हजार करोड़ रुपये के बजट के मुकाबले बजट का आकार 15 प्रतिशत तक बढ़ाया गया। सरकार की राज्य के हर जिले को हवाई सेवा से जोड़ने की योजना है। इसके लिए नागरिक उड्डयन विभाग के लिए पूंजीगत मद में 144 करोड़ का प्रावधान किया गया है। बजट में कोई नया कर प्रस्तावित नहीं है।
हेलीपोर्ट का विस्तार: वित्त मंत्री ने बताया कि सरकार जौलीग्रांट और पंतनगर एयरपोर्ट के विस्तारीकरण के लिए भूमि अधिग्रहण की कार्यवाही कर रही है। हल्द्वानी और स्याल्दे में हेलीपैड का निर्माण किया गया है। केदारनाथ व सहस्रधारा हेलीपोर्ट का विस्तारीकण किया जा रहा है।
चमोली, उत्तरकाशी, टिहरी, चंपावत, नैनीताल और पौड़ी में भी हेलीपैड निर्माण किया जा रहा है। सरकार 30 जनवरी से देहरादून से पिथौरागढ़ के बीच हवाई सेवा प्रारंभ कर चुकी है। इसी क्रम में हल्द्वानी से मुनस्यारी, पिथौरागढ़, चंपावत के लिए क्षेत्रीय कनेक्टिविटी स्कीम के तहत हेली सेवा शुरू कर दी गई है।
शिक्षा, खेल, युवा कल्याण का बजट 10459 करोड़ से बढ़कर 11244 करोड़ हो गया है। ऊर्जा के बजट को 1251 करोड़ से बढ़ाकर 1374 करोड़, पर्यटन के बजट को 302 करोड़ से बढ़ाकर 390 करोड़ रुपये किया गया है।
परिवहन सेक्टर पर सरकार मेहरबान
परिवहन सेक्टर पर भी सरकार मेहरबान रही है। परिवहन के बजट में 50 करोड़ रुपये का इजाफा किया गया है। पिछले बजट में परिवहन को 453 करोड़ दिए गए थे, जिसे नए बजट में बढ़ाकर 506 करोड़ रुपये कर दिया गया है।
4737 करोड़ सरप्लस राजस्व का अनुमान
वित्त मंत्री ने कहा कि नए बजट में कोई राजस्व घाटा अनुमानित नहीं है, बल्कि इस वर्ष 4737.13 करोड़ रुपये के सरप्लस राजस्व की उम्मीद है। हालांकि उन्होंने यह भी जोड़ा कि राजकोषीय घाटा 9416.43 करोड़ रुपये तक हो सकता है।
सेक्टर बजट
स्वास्थ्य और शिक्षा 15376
अवसंरचना विकास 13780
गरीब कल्याण 5658
ग्राम्य विकास 2910
शहरी विकास 2565
किसान 2415
तकनीकी-उच्च शिक्षा 1145
युवा कल्याण 534
महिला कल्याण 574
इकोलॉजी-इकोनॉमी 487 (राशि करोड़ रुपये में )
इनके बजट पर कैंची
चिकित्सा एवं परिवार कल्याण के समग्र बजट में 100 करोड़ रुपये की कटौती हो गई है। विभिन्न कल्याण योजनाओं के बजट को भी करीब 100 करोड़ रुपये कम किया गया है। कृषि बजट को 1294 करोड़ से घटाकर 1045 करोड़, उद्योग के बजट को 461 करोड़ से घटाकर 419 करोड़, उद्यान के बजट को 815 करोड़ से कम कर 578 करोड़ किया गया है।
अग्रणी उत्तराखंड है बजट की मंजिल
वित्ता मंत्री ने कहा कि बजट उन्नत उत्तराखंड, सुशासित उत्तराखंड और क्षमतावान उत्तराखंड की त्रिवेणी पर आधारित है। इसकी आत्मा समावेशी एवं सर्वस्पर्शी विकास है और इसकी मंजिल अग्रणी उत्तराखंड है। वित्त मंत्री ने कहा कि वर्ष 2024-25 में कुल व्यय 89230.07 करोड़ रुपये अनुमानित है। इसमें 55915.77 करोड़ रुपये राजस्व लेखे का व्यय है। जबकि 33414.30 करोड़ रुपये पूंजी लेखे हैं।
सरकार ने भोजनावकाश से पहले बजट पेश करने की नई परंपरा स्थापित की है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के साथ वित्त मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल सदन में पहुंचे। वित्त मंत्री ने दोपहर 12.30 बजे सदन में बजट को रखा। राज्य निर्माण आंदोलनकारियों, देश की सुरक्षा में शहीद सैनिकों की श्रद्धाजंलि देते हुए वित्त मंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उत्तराखंड के परिप्रेक्ष्य में लिखी कविता के साथ भाषण की शुरुआत की।
प्रधानमंत्री मोदी के कुशल मार्गदर्शन में डबल इंजन सरकार ने राज्य के समग्र विकास के मद्देनजर समावेशी एवं विकासोन्मुखी बजट पेश किया है। यह बजट उत्तराखंड को वैश्विकस्तर पर नई पहचान दिलाने में महत्वपूर्ण साबित होगा।
पुष्कर सिंह धामी, मुख्यमंत्री
यह बजट एक असफल सरकार का बजट है, जिसने हर वर्ग को निराश किया। बजट से साफ हो गया है कि भाजपा की डबल इंजन सरकार में प्रति व्यक्ति आय और विकास की मंजिल केवल मिथ्या प्रचार और जुमलेबाजी है।