आंगनबाड़ी के बच्चों को सप्ताह में मिलेगा 3 दिन दूध, सीएम बोले-पारदर्शिता के साथ हो आंगनबाड़ी केन्द्रों का संचालन
प्रदेश के आंगनबाड़ी केंद्रों पर पढ़ने वाले बच्चों को सप्ताह में तीन दिन तक दूध दिया जाएगा. इसके साथ ही आंगनबाड़ी केंद्रों पर सुविधाओं का उन्नयन करते हुए पारदर्शिता और जवाबदेही के साथ संचालन किया जाएगा. मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि महिलाओं-बच्चों के स्वास्थ्य, पोषण एवं सशक्तीकरण की योजनाओं का लाभ प्रत्येक महिला, बच्चे और परिवार तक लाभ पहुंचाना जाना सुनिश्चित करें ताकि कोई भी व्यक्ति योजनाओं से वंचित नहीं रहे.
मुख्यमंत्री भजनलाल ने कहा कि प्रदेश के कुछ क्षेत्रों विशेषकर जनजातीय में कुपोषण के समूल उन्मूलन के लिए हमें दीर्घ अवधि की कार्ययोजना पर कार्य करने की आवश्यकता है. इसी क्रम में आंगनबाड़ी केन्द्रों पर दिए जा रहे पोषण आहार की निरन्तर समीक्षा करते हुए आवश्यक सुधार किए जाएं. उन्होंने विभाग के अधिकारियों को वार्षिक कैलेण्डर बनाकर आंगनबाड़ी केन्द्रों का सघन निरीक्षण करने और आवश्यक व्यवस्थाएं दुरूस्त करने के लिए निर्देश दिए.
मुख्यमंत्री ने आंगनबाड़ी केन्द्रों पर पारदर्शिता एवं जवाबदेही सुनिश्चित करने के लिए सीसीटीवी कैमरे लगवाने के निर्देश दिए हैं. मुख्यमंत्री ने शिक्षा सेतु योजना की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को ड्रॉप आउट बालिकाओं एवं महिलाओं को शिक्षा की मुख्य धारा से जोड़ने वाले व्यक्तियों एवं संस्थाओं को प्रोत्साहित एवं पुरस्कृत करने के निर्देश दिए. उन्होंने कौशल सामर्थ्य योजना के अन्तर्गत लाभान्वित युवाओं को स्वरोजगार सुनिश्चित करने के क्रम में अधिक से अधिक सुविधाएं सृजित करने के लिए निर्देशित किया.
मुख्यमंत्री ने कहा कि बालिकाओं को समुचित शिक्षा और सम्बल प्रदान करने के लिए ‘लाडो प्रोत्साहन योजना’ अहम है, जिसके तहत हमारी सरकार बेटी के जन्म से लेकर स्नातक शिक्षा पूरी करने तक एक लाख रुपए की राशि दे रही है. राज्य सरकार शीघ्र ही इसके अन्तर्गत 1 साथ 1 लाख लाभार्थियों के खातों में प्रति लाभार्थी 2500 रुपए की किस्त हस्तांतरित करेगी. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार जल्द ही ‘प्रधानमंत्री मातृ वंदन योजना’ के अन्तर्गत एक साथ लगभग 70 हजार लाभार्थियों को बढ़ी हुई 1500 रुपए की अतिरिक्त राशि देने जा रही है.