उत्तराखंड मुख्य सचिव आनंद वर्धन ने शनिवार 26 अप्रैल को केदारनाथ और बदरीनाथ धाम का दौरा किया. इस दौरान उन्होंने चारधाम यात्रा की तैयारियों का जायजा. इसके अलावा उन्होंने मौके पर मौजूद अधिकारियों को यात्रा से संबंधित कुछ जरूरी दिशा-निर्देश भी दिए.
केदारनाथ धाम के कपाट आगामी दो मई को खुलने जा रहे है. कपाट खुलने से पहले शनिवार को मुख्य सचिव आनंद वर्धन केदारनाथ धाम पहुंचे. केदारनाथ धाम में सबसे पहले मुख्य सचिव आनंद वर्धन ने पुनर्निर्माण कार्यों का जायजा लिया. इसके बाद उन्होंने मंदाकिनी और सरस्वती नदियों पर बनाए गए बेली ब्रिज का भी निरीक्षण किया.
मुख्य सचिव आनंद वर्धन ने बताया कि पुल का कार्य पूरा हो चुका है, जिससे यात्रियों को आने-जाने में और अधिक सुविधा व सुगमता प्राप्त होगी. उन्होंने आस्था पथ पर बने रेन शेल्टरों का भी निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि यात्रियों की सुविधा के लिए इन रेन शेल्टरों में एलईडी साइनेज लगाए जाने चाहिए, ताकि यात्रियों को यह स्पष्ट जानकारी मिल सके कि शौचालय, मेडिकल सहायता और अन्य जरूरी सुविधाएं किस स्थान पर उपलब्ध हैं.
मुख्य सचिव ने विशेष रूप से इस बात पर जोर दिया कि कतार में खड़े यात्रियों को गर्म पानी की सुविधा उपलब्ध होनी चाहिए, ताकि वे ठंडे मौसम में भी आरामदायक अनुभव प्राप्त कर सकें. उन्होंने मंदिर परिसर से लेकर सरस्वती नदी के किनारे बने आस्था पथ तक की स्वच्छता व्यवस्था का भी निरीक्षण किया और वहां स्थापित शौचालयों की स्थिति को परखा. इसके साथ ही उन्होंने गढ़वाल मंडल विकास निगम (GMVN) के अधिकारियों को निर्देश दिए कि यात्रा मार्ग में बने सभी कॉटेजों की मरम्मत समय पर पूरी की जाए और उनकी साफ-सफाई व्यवस्था सुनिश्चित की जाए.
जिलाधिकारी सौरभ गहरवार ने मुख्य सचिव को अवगत कराया कि केदारनाथ यात्रा से जुड़े सभी विभाग आपसी समन्वय के साथ कार्य कर रहे हैं. यात्रा मार्ग से लेकर धाम क्षेत्र तक सभी जरूरी व्यवस्थाएं समय पर पूरी कर ली गई हैं, जो कुछ शेष कार्य हैं, उन्हें भी यात्रा प्रारंभ होने से पूर्व पूर्ण कर लिया जाएगा.